नई दिल्ली: अमेरिकी न्यूज पत्रिका 'टाइम' ने 20 मई, 2019 के अपने आगामी अंक में कवर पेज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर को जगह दी है और हेडलाइन दी है- 'इंडियाज डिवाइडर इन चीफ' (भारत को बांटने वालों के प्रमुख)।

टाइम मैगजीन ने अपने इस खास अंक में, 'क्या विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र एक बार फिर मोदी सरकार को पांच साल देगा?' की हेडलाइन से भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव पर विशेष स्टोरी छापी है। पत्रिका के इस कवर स्टोरी में पत्रकार आतिश तसीर तुर्की, ब्राजील, ब्रिटेन, अमेरिका और भारत के लोकतंत्र व्यवस्था में 'लोकप्रियता' के बढ़ते वर्चस्व के बारे में बात कर रहे हैं।

इस आर्टिकल की शुरुआत ही इस पंक्ति के साथ होती है- 'महान लोकतंत्रों के 'लोकप्रियतावाद' की ओर से गिरने के मामले में भारत पहला देश था।'

इस रिपोर्ट में यह बात भी कही गई है कि मोदी 'भाग्यशाली हैं कि उनके सामने बेहद कमजोर विपक्ष है, जहां बेमेल गठबंधन है जिसका नेतृत्व कांग्रेस कर रही है। इस गठबंधन के सामने मोदी को हराने के अलावा और कोई एजेंडा नहीं है।'

इस आर्टिकल में साथ ही लिखा है, 'मोदी फिर दोबारा कभी 2014 के अनगिनत सपनों और महत्वाकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करेंगे। उस समय वह एक मसीहा और उस चमकीले भविष्य जिसे देखना मुश्किल है, की ओर से ले जाने वाले की तरह दिख रहे थे। एक तरफ हिंदू पुनरुत्थान, दूसरी ओर दक्षिण कोरिया का आर्थिक प्रोगाम था। अब वह केवल एक राजनेता हैं जो वादे पूरे करने में नाकाम रहे और फिर से चुना जाना चाहते हैं।'

बता दें कि नरेंद्र मोदी जब 2014 में भारत के प्रधानमंत्री बने तब अगले ही साल 2015 में वह टाइम मैगजीन के कवर पेज पर आये थे। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद टाइम ने उनका इंटरव्यू भी लिया था। मोदी 2012 में गुजरात के सीएम रहते हुए भी टाइम के कवर पेज पर आ चुके हैं। यहीं नहीं, टाइम ने मोदी के पीएम रहते उन्हें पूर्व में विश्व के 100 प्रभावशाली व्यक्तियों की सूची में भी शामिल किया है।