पटियाला: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक के दावे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. सिंह ने भाजपा के उस दावे पर निशाना साधा है, जिसमें कहा जाता है कि सीमा पार जाकर मोदी सरकार ने पाकिस्तान में पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक की है. सिंह ने कहा कि पीएम मोदी को 'इतिहास की जानकारी' हासिल करने की जरूरत है. एक इंटरव्यू में सिंह ने कहा, 'भाजपा को इतिहास की जानकारी नहीं है. जो भी सेना के इतिहास के बारे में जानता होगा, उसे पता होगा कि पहले भी काफी बार स्ट्राइक हो चुकी हैं. जब 1964 से 1967 तक मैं वेस्टर्न कमांड में था तो मुझे लगता है कि 100 स्ट्राइक हुई थीं. उन्होंने केवल नया नाम 'सर्जिकल स्ट्राइक' दिया है. हम लोग इसे क्रॉस बोर्डर रेड कहा करते थे.'

अमरिंदर सिंह ने कहा, 'साल 1947 में कौन प्रधानमंत्री था? 1962 में कौन प्रधानमंत्री था? इस तरह 1965 और 1972 में कौन प्रधानमंत्री था? हमने पाकिस्तान के टुकड़े किए थे. इंदिरा गांधी ने इसे किया लेकिन उन्होंने कभी नहीं कहा कि मैंने किया. उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि वह भारतीय सेना और फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ की बहुत आभारी हैं. उन्होंने दूसरों को श्रेय दिया है लेकिन यह व्यक्ति कहता है 'मैंने यह किया है'. आप कौन हैं भाई? यह आपकी सेना नहीं है. यह भारत की सेना है.'

मोदी सरकार से पहले भी होती रही हैं सर्जिकल स्ट्राइक, इसका चुनाव में इस्तेमाल सही नहीं- सर्जिकल स्‍ट्राइक के हीरो ले. जनरल हुड्डा

सिंह ने साथ ही पीएम मोदी सरकार और उनकी मंत्रियों को राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों को कम जानकारी होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'या तो उनके पास ज्ञान की कमी है या फिर वे जानबूझकर भोले बन रहे हैं. मुझे नहीं पता कि ऐसा क्यों हो रहा है. जबकि उनके पास पूरी जानकारी देने के लिए सरकार है. यदि वे मुझे बताने की कोशिश करते हैं या मोदी जी मुझे बताते हैं कि बालाकोट उनकी महान प्रतिभा है, तो मुझे कहना होगा कि वह झूठे हैं.'

बता दें, सिंह से पहले लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर) डीएस हुड्डा ने भी दावा किया था कि भारतीय सेना मोदी सरकार के आने से पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्रवाई करती रही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि भारतीय सेना का चुनावी अभियान में इस्तेमाल किया जाना अच्छा संकेत नहीं है.