अलवर: राजस्थान के अलवर से समाज को शर्मसार कर देने वाली खबर आई। दरअसल, यहां 26 अप्रैल को एक महिला के साथ उसके पति के सामने गैंगरेप किया गया। घटना का वीडियो भी बनाया गया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पुलिस पर इस मामले को दबाने के आरोप लगे। हालांकि अब मामला सामने आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है।

राजस्थान के डीजीपी, कपिल गर्ग ने कहा, '5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उन पांच लोगों में से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। मामले पर 14 टीमें काम कर रही हैं।' वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, 'मैं इस मामले को गंभीरता से ले रहा हूं, राज्य के DGP खुद इस मामले की निगरानी कर रहे हैं और दोषियों को सजा दी जाएगी।' वहीं मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं करने पर थानागाजी पुलिस थाने के थानाधिकारी को निलंबित कर दिया गया है।

पुलिस में शिकायत 2 मई को दर्ज कराई गई थी। पीड़िता का कहना है कि वह और उसका पति ललवाड़ी गांव से तालवृक्ष जा रहे थे। रास्ते में पांच बदमाशों ने उनकी बाइक रोकी। वो उसे खींचकर पास के रेत के टीले पर ले गए और वहां उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। साथ ही घटना का वीडियो बना लिया।

इसके बाद आरोपियों ने वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उन्हें ब्लैकमेल किया और उनसे पैसे मांगे। पीड़िता ने बताया कि वह और उसके पति ने एक बार तो पैसे दे दिए, लेकिन जब दूसरी बार पैसे की मांग की, तब वे पुलिस के पास गए।

FIR में लिखा है, '2 लोगों ने पीड़िता के पति की पिटाई की और 3 महिला के साथ रेप करने लगे। बाद में उन 2 लोगों ने भी उसके साथ बलात्कार किया। आरोपियों ने घटना का वीडियो भी बनाया और पीड़ितों को धमकी दी कि अगर वे पुलिस से शिकायत करते हैं तो वे उन्हें मार देंगे।'

पुलिस ने कहा कि धारा 147, 149, 323, 341, 354B, 376 (D) और 506 के तहत भारतीय दंड संहिता (IPC) के साथ-साथ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) संशोधन अधिनियम, 2015 के तहत मामला दर्ज किया गया है और एक जांच शुरू की गई है।