नई दिल्ली : वाराणसी सीट से अपनी उम्मीदवारी का पर्चा खारिज होने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव सोमवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। तेज बहादुर ने अपनी उम्मीदवारी रद्द किए जाने की चुनौती दी है। समाजवादी पार्टी (सपा) ने तेज बहादुर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था लेकिन चुनाव आयोग ने जरूरी दस्तावेजों के अभाव में उनका नामांकन खारिज कर दिया। शीर्ष अदालत में वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण तेज बहादुर की पैरवी कर रहे हैं।

बता दें कि साल 2016 में बीएसएफ में खाने की कथित खराब गुणवत्ता का एक वीडियो तेज बहादुर ने सोशल मीडिया पर डाला था जिसके बाद वह सुर्खियों में आए थे। तेज बहादुर की इस शिकायत की जांच हुई जिसके बाद उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने का इरादा जताया था। सपा ने तेज बहादुर से पहले शालिनी यादव को वाराणसी सीट के लिए अपना उम्मदीवार घोषित किया था लेकिन शालिनी की जगह सपा के टिकट पर तेज बहादुर ने अपना नामांकन दाखिल किया। पर्चा भरने के बाद रिटर्निंग ऑफिसर ने जरूरी दस्तावेजों के अभाव में तेज बहादुर का नामांकन खारिज कर दिया।