बॉलीवुड एक्टर को कैसे नेशनल अवॉर्ड मिला इस बात को लेकर शनिवार को सोशल मीडिया यूजर्स लगातार अक्षय कुमार को ट्रोल कर रहे हैं। बता दें कि इस लिस्ट में नेशनल अवॉर्ड विजेता फिल्म संपादक और लेखक अपूर्वा असरानी भी शामिल थीं। वहीं इस मामले पर फिल्म मेकर राहुल ढोलकिया ने अक्षय कुमार के समर्थन करते नजर आए,

बॉलीवुड फिल्म मेकर ने ट्वीट कर कहा ''एक विदेशी नागरिक को भी नेशनल अवॉर्ड दिए जा सकते हैं।''लेखक असरानी ने ट्वीट कर कहा, क्या कनाडा के नागरिक नेशनल अवॉर्ड पाने के लिए योग्य हैं? साल 2016 में अक्षय कुमार को 'बेस्ट एक्टर' का अवॉर्ड मिला जबकि सभी यह उम्मीद कर रहे थे कि 'अलीगढ़' फिल्म के लिए मनोज बाजपेयी को यह अवॉर्ड मिलेगा।

अगर जूरी/मंत्रालय ने अक्षय के मामले में कोई गलती की है, तो क्या कोई संशोधन होगा?" हालांकि, फिल्म फेस्टिवल डायरेक्टर के नियम अनुसार जो संगठन नेशनल अवॉर्ड प्रस्तुत करता है, वो कैंडिडेट्स की योग्यिता के इस आधार पर तय करता है। जिसमें नियम के मुताबिक : "विदेशी मूल के फिल्म प्रोफेशनल और टेक्निकल लोगों को भी अवॉर्ड के लिए विचार किया जा सकता है।"

नेशनल फिल्म अवॉर्ड की जूरी में पहले रह चुके फिल्ममेकर राहुल ढोलकिया ने ट्वीट कर स्पष्टीकरण दिया। नियम का स्क्रीन शॉट शयर करते हुए उन्होंने लिखा, "नेशनल अवार्ड को लेकर स्पष्टीकरण: विदेशी नागरिकों को भी नेशनल अवॉर्ड दिए जा सकते हैं, यह कानूनी है, जूरी के लिए नियमों के मुताबिक भी। यह जानकारी एक अधिकारी मनोज श्रीवास्तव से मिली, जिन्होंने मुझे यह भेजा।"

'बेस्ट एक्टर का पुरस्कार' अक्षय कुमार को 'रुस्तम' फिल्म के लिए साल 2016 में दिया गया था। बता दें कि इस सप्ताह की शुरुआत में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गैर-राजनीतिक इंटरव्यू लेने के बाद से अक्षय सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए हैं। भारतीय नागरिक न होने के बावजूद देशभक्ति की बात करने के लिए उनकी आलोचना भी हुई। जिसके बाद एक्टर इस मुद्दे पर अपना रिएक्शन देते हुए कहा कि वह विषय के आसपास की 'नेगिटिविटी' और 'इस तरह की दिचचस्पी' को नहीं समझते थे।