नई दिल्ली: क्या यूपी में कांग्रेस चुनाव प्रचार के बीच में ही मान चुकी है कि वो हार रही है। प्रियंका गांधी ने बुधवार को कहा था कि उसने कमजोर उम्मीदवार बीजेपी को हराने के लिए उतारे हैं। इसका अर्थ ये है कि वो ये कहना चाह रही थीं कि उनकी पार्टी यूपी में वोटकटवा पार्टी के रूप में काम करेगी। लेकिन समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की राय कुछ अलग है।

अखिलेश यादव ने कहा कि वो ऐसा नहीं मानते हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी कहीं से भी कमजोर प्रत्याशी नहीं उतारती है। सच तो ये है कि लोग कांग्रेस के साथ नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने इस सवाल का जवाब दिया जिसमें कहा जा रहा है कि गठबंधन, कांग्रेस की बी टीम है। उन्होंने कहा कि हकीकत में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कोई अंतर नहीं है। कांग्रेस, बीजेपी को लाभ पहुंचा रही है। आखिर किसने उन्हें सिखाया कि केंद्रीय जांच एजेंसियों के जरिए विपक्षी दलों को डराया जाए।

अखिलेश यादव ने इस सवाल का भी जवाब दिया जिसमें राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी, एसपी और बीएसपी को कंट्रोल कर रही है। अखिलेश यादव ने कहा कि कोई भी दल या शख्स उन लोगों को कंट्रोल कर सकता है। हम एक राजनीतिक दल हैं। यूपी में सिर्फ एसपी, बीएसपी और आरएलडी में बीजेपी को चुनौती देने का माद्दा है। हम लोगों का गठबंधन बीजेपी को बुरी तरह से परास्त करेगा।

मुलायम सिंह यादव को पीएम बनाए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन नया पीएम चाहता है। चुनावी नतीजों के बाद पीएम के मुद्दे पर फैसला किया जाएगा। उन्हें खुशी होगी नेताजी अगर भारत के पीएम बनें। लेकिन वो अनुभव करते हैं कि मुलायम सिंह यादव पीएम की रेस में नहीं हैं। पीएम मोदी ने बुधवार को अयोध्या की रैली में कहा था कि विपक्ष केंद्र में कमजोर सरकार चाहता है। वो चाहते हैं कि केंद्र में कोई एक शख्स तीन महीने के लिए पीएम बने और उसके बाद कोई और। क्या आपको लगता है कि इस तरह की सरकार कोई ठोस फैसला कर सकती है। महामिलावटी गठबंध को जो कोई भी शख्स होगा वो अपनी कुर्सी बचाने की जुगत में लगा रहेगा।