लखनऊ: कबीर शांति मिशन ने आज अपना 29वां स्थापना दिवस मनाया । स्थापना दिवस के अवसर पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसका विषय था ‘प्रजातंत्र की सफलता में बुद्धिजीवियों का योगदान‘इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केशरी नाथ त्रिपाठी, राज्यपाल, पश्चिम बंगाल थे।

मुख्य वक्ता के रूप में आलोक रंजन, आई.ए.एस. (से.नि.) पूर्व मुख्य सचिव, उ0प्र0 ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व लोकायुक्त, उत्तर प्रदेश, न्यायमूर्ति एस.सी. वर्मा ने की। इस अवसर पर मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, कृष्ण बिहारी अग्रवाल, मुख्य संयोजक, कबीर शांति मिशन, श्रीमती अरूणा मित्तल एवं लखनऊ केन्द्र के संयोजक राजेश अग्रवाल मंच पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मिशन के सदस्यों, मित्रों, एवं शुभचिंतको ने भाग लिया।

स्थापना दिवस के अवसर पर मिशन ने अपने छः वरिष्ठ सदस्यों को ‘कबीर-दीप‘ सम्मान से अलंकृत किया। ये सदस्य है लखनऊ के स्वर्गीय राकेश कुमार मित्तल आई.ए.एस.(से.नि.), संस्थापक, कबीर शांति मिशन, राम मनोहर लोहिया, अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या के कुलपति, प्रोफेसर मनोज दीक्षित, लखनऊ की साहित्यकार, डा. विद्या बिन्दू सिंह, देहरादून के उद्यमी एवं समाज सेवी राकेश ओबराय, कानपुर के समाज सेवी विद्याकान्त पाण्डेय एवं लखनऊ के उपभोक्ता कानून विशेषज्ञ तथा समाज सेवी विजय आचार्या है। इन सभी ने अपने अपने क्षेत्र में समाज की निस्वार्थ सेवा की है और अभी कर रहे है।

कार्यक्रम का प्रारंभ मिशन की मुख्य संयोजक श्रीमती अरुणा मित्तल के स्वागत सम्बोधन से प्रारम्भ हुआ जिसमंे परिचर्चा के विषय पर भी प्रकाश डाला गया। श्रीमती मित्तल ने आयोजित परिचर्चा के विषय को वर्तमान में चल रहे आम चुनाव के परिपेक्ष्य में समसामयिक एवं प्रासंगिक बताया। उन्होंने मिशन के संस्थापक स्व. राकेश कुमार मित्तल के बताये हुए सकारात्मक सोच के रास्ते पर चलने का आवाहन किया।

परिचर्चा के विषय पर बोलते हुए मुख्य वक्ता आलोक रंजन ने स्थिति की गहन व्याख्या की और बताया कि भारतीय समाज के प्रजातंत्र में बुद्धिजीवियों की भूमिका तथा उस भूमिका में उनका सक्रिय योगदान कितना अहम है।

मुख्य अतिथि राज्यपाल, पश्चिम बंगाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने भी इस अवसर पर विस्तार में अपने विचार रखें। कबीर शांति मिशन के कार्यो की सराहना की। ‘कबीर-दीप‘ से सम्मानित महानुभावों को बधाई देते हुए उन्होंने आशा व्यक्त की, कि उनसे प्रेरित होकर अधिक से अधिक लोग स्वार्थहीन जीवन का प्रदर्शन करते हुए नई पीढ़ी के लिये उदाहरण बनेगें।

कबीर शांति मिशन अप्रैल 1990 में समाज में स्वस्थ विचार धारा को प्रोत्साहित करने हेतु स्थापित किया था। इस अवधि में मिशन ने गौरवमयी प्रगति की है और आज मिशन को समाज के सभी वर्गों का सहयोग प्राप्त है। इस समय मिशन के आजीवन सदस्यों की संख्या लगभग 2700 है और देश-विदेश में इसके 40 केन्द्र स्थापित है, मिशन द्वारा समान विचारधारा की अनेक संस्थाओं के साथ मिलकर भी कार्य किया है।

कार्यक्रम का समापन न्यायमूर्ति एस.सी. वर्मा के अध्यक्षीय संबोधन से हुआ। उनका मानना था कि प्रजातंत्र की सफलता में समाज के बुद्धिजीवियों के सक्रिय योगदान का विशेष महत्व है। उन्होंने मुख्य अतिथि, मुख्य वक्ता एवं सभी अतिथियों के प्रति धन्यवाद भी व्यक्त किया। कार्यक्रम में लगभग 400 प्रबुद्वजन उपस्थित रहे।