नई दिल्ली: शॉर्ट वीडियो बनाने और शेयर करने वाली मनोरंजन ऐप टिक टॉक पर भारत में रोक लगा दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने गूगल और एपल को नोटिस जारी कर इसे अपने-अपने ऐप्लीकेशंस स्टोर्स से हटाने के लिए कह दिया है। ऐसे में यह टिक टॉक के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है।
दरअसल, मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै बेंच ने इस ऐप के जरिए बनने और वायरल होने वाले आपत्तिजनक और अश्लील कंटेंट को लेकर चिंता जाहिर की थी। कोर्ट ने उसी संबंध में तीन अप्रैल को एक आदेश भी जारी किया था। कोर्ट ने उसमें सरकार को देश भर में इस ऐप की डाउनलोडिंग पर रोक लगाने के लिए कहा था।
एक रिपोर्ट के हवाले से बताया गया, “अब और लोग इस ऐप को डाउनलोड नहीं कर सकेंगे। वहीं, जिन्होंने इसे डाउनलोड कर रखा है, वे भी इसका इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। सरकार ने गूगल और ऐपल से अपने-अपने ऐप स्टोर से इस ऐप को डिलीट करने के लिए कहा है। अब यह इन कंपनियों पर निर्भर करता है कि वह बात मानेंगी या फिर आदेश को चुनौती देंगी।”
टिक टॉक के विवादों में घिरने की प्रमुख वजह यह भी है कि हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक 19 साल के लड़के की हत्या कर दी गई थी। हैरत की बात है कि उस दौरान उसके दोस्त टिक टॉक ऐप पर घटना का वीडियो शूट कर रहे थे। वहीं, ऐप पर विभिन्न प्रकार के भद्दे और अश्लील कंटेंट को लेकर भी अक्सर आपत्तियां आती रही हैं।
टिक टॉक, चीन में डॉउयिन नाम से जाना जाता है। यह एक किस्म की मीडिया ऐप है, जिस पर यूजर्स द्वारा छोटे-छोटे मनोरंजक वीडियो बनाए और शेयर किए जाते हैं। यह ऐप बाइट डांस का है, जिसे डॉउयिन के तौर पर 2016 में चीन में लॉन्च किया गया था, जबकि एक साल बाद इसे विदेशी बाजार में पेश किया गया था।
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