नई दिल्ली: राफेल सौदे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार निशाना साधने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए मुश्किल खड़ी होती दिख रही हैं। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को उनके खिलाफ दायर अवमानना याचिका के संबंध में नोटिस जारी किया है। सुप्रीम कोर्ट ने उनसे स्पष्टीकरण मांगा है। बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने उनके खिलाफ ये याचिका दायर की थी, जिस पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की। राहुल गांधी को सोमवार से पहले सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल करना है। राहुल गांधी को 22 अप्रैल को या उससे पहले जवाब देना होगा। मामले की सुनवाई 23 अप्रैल के लिए स्थगित की।

सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी से हाल ही में राफेल फैसले पर की गई उनकी कथित अवमाननापूर्ण टिप्पणी पर सफाई मांगी है। कोर्ट ने कहा, 'हम यह स्पष्ट करते हैं कि राहुल गांधी ने इस अदालत का नाम लेकर राफेल सौदे के बारे में मीडिया व जनता में जो कुछ कहा उसे गलत तरीके से पेश किया। हम यह स्पष्ट करते हैं कि राफेल मामले में दस्तावेजों को स्वीकार करने के लिए उनकी वैधता पर सुनवाई करते हुए इस तरह की टिप्पणियां करने का मौका कभी नहीं आया।'

याचिकाकर्ता मीनाक्षी लेखी ने अपनी याचिका में दावा किया है कि कांग्रेस अध्‍यक्ष की ओर से रैलियों में और अन्‍य माध्‍यमों से अपनी बात को सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर कहा जा रहा है। नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र से सांसद मीनाक्षी लेखी ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि राहुल गांधी ने अपनी व्यक्तिगत टिप्पणियों को शीर्ष अदालत के मुंह में डाला है और इस तरह उन्होंने गलत धारणा पैदा करने का प्रयास किया है। मीनाक्षी लेखी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने पीठ से कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने कथित रूप से टिप्पणी की कि अब सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया कि चौकीदार चोर है।