नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले कालेधन के इस्तेमाल और उस पर आयकर विभाग की छापेमारी को लेकर चुनाव आयोग और राजस्व विभाग में तल्खी नजर आ रही है। चुनाव आयोग ने अपने परामर्श पर राजस्व विभाग की ओर से बेढंगे एवं हल्के लहजे में दिए गए जवाब पर विभाग को बुधवार को फटकार लगाई। आयोग ने विभाग को सलाह दी थी कि चुनाव के दौरान उसकी प्रवर्तन एजेंसियों की कोई भी कार्रवाई निष्पक्ष एवं भेदभाव रहित होनी चाहिए।

आयोग ने कहा, चुनाव आयोग उसकी ओर से दी गई पूर्ण निष्पक्ष एवं भेदभाव रहित रहने वाली सलाह पर राजस्व विभाग की तरफ से अनौपचारिक एवं हल्के ढंग से दी गई प्रतिक्रिया पर अत्यंत आक्रोश प्रकट करता है। सलाह को लागू करने के तरीकों का ब्योरा देने की बजाए विभाग ने जवाबी सलाह देने की गुस्ताखी की। चुनाव आयोग, स्थापित शिष्टाचार के उल्लंघन और एक संवैधानिक प्राधिकरण को संबोधित करने के लिए इस्तेमाल किए गए लहजे एवं तरीके पर अत्यंत निराशा व्यक्त करता है।

इसलिए आयोग राजस्व विभाग को अनुचित टिप्पणी करने के लिए फटकार लगाता है और उम्मीद करता है कि आयोग की तरफ से उक्त परामर्श में जारी किए गए निर्देशों का अक्षरश: पालन होगा।इससे पहले मंगलवार को आयोग ने छापेमारी पर संज्ञान लेते हुए राजस्व सचिव एबी पांडे और सीबीडीटी अध्यक्ष पीसी मोदी को आयोग में आकर मामले में विस्तृत जानकारी देने को कहा था। अब आयोग ने इस बारे राजस्व विभाग को एक और पत्र लिखा है।