नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से मध्य प्रदेश की इंदौर सीट के लिए की जा रही उम्मीदवार के नाम की देरी पर लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने शुक्रवार (5 अप्रैल) को कहा कि अब वह चुनाव नहीं लड़ना चाहती हैं। उन्होंने पार्टी से कहा है कि इंदौर से कोई और उम्मीदवार घोषित करे। इंदौर से वर्तमान सांसद सुमित्रा महाजन ने इस बाबत एक पत्र भी लिखा है।

उन्होंने बीजेपी द्वारा इंदौर से अब तक उम्मीदवार के नाम की घोषणा न किए जाने को लेकर पूछा, ''यह अनिर्णय की स्थिति क्यों है?'' पत्र में उन्होंने बताया कि पार्टी के वरिष्ठ लोगों से उन्होंने चुनाव न लड़ने को लेकर बहुत पहले ही चर्चा की थी और उन्हीं पर फैसला छोड़ा था।

उन्होंने कहा कि शायद पार्टी असमंजस में है। उन्होंने कहा कि पार्टी उम्मीदवार की घोषणा मुक्त मन से नि:संकोच होकर करे। इसके अलावा उन्होंने पत्र में इंदौर के लोगों और पार्टी से मिले प्यार और सम्मान को लेकर आभार जताया। बता दें कि सुमित्रा महाजन 1989 से अब तक इंदौर से बीजेपी के लिए जीतती आई हैं। वह इंदौर से आठ बार चुनी गईं।

सुमित्रा महाजन की उम्र 12 अप्रैल को 76 वर्ष की हो जाएगी और बीजेपी की गाइडलाइन के मुताबिक 75 वर्ष की उम्र के नेताओं के टिकट काट जा रहे हैं। इसी गाइडलाइन का हवाला देते हुए 91 वर्षीय लाल कृष्ण आडवाणी और 85 वर्षीय मुरली मनोहर जोशी जैसे वरिष्ठ नेताओं को इस बार उम्मीदवार नहीं बनाया गया है।

गुजरात की गांधीनगर सीट से छह बार सांसद चुने गए आडवाणी की जगह बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पर्चा भरा है। अमित शाह की लोकप्रियता भी अच्छी खासी है और गांधीनगर सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है लेकिन लगातार आठ बार सांसद चुनी गईं सुमित्रा महाजन की जगह बीजेपी क्या विकल्प लेकर आती है, अब सबकी निगाह इसी पर टिकी हैं।