इस्लामाबाद: पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ जाने के बीच पाकिस्तान ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह सद्भावना के तौर पर इस महीने 360 भारतीय कैदियों को चार चरणों में रिहा करेगा जिनमें ज्यादातर मछुआरे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि भारतीय मछुआरों को रिहा करने की प्रक्रिया आठ अप्रैल को शुरू होगी। उस दिन 100 मछुआरे रिहा किए जाएंगे। 15 अप्रैल को दूसरे चरण में 100 और भारतीय छोड़े जाएंगे। 22 अप्रैल को तीसरे चरण में 100 और भारतीय रिहा किए जाएंगे तथा 29 अप्रैल को चौथे चरण में बाकी 60 कैदी मुक्त किए जाएंगे।

उन्होंने यहां मीडिया को अपनी साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा, 'हम सद्भावना के तौर पर ऐसा कर रहे हैं और आशा करते हैं कि भारत सकारात्मक प्रतिक्रिया दिखाएगा।' उन्होंने कहा कि फिलहाल भारत में 347 पाकिस्तानी कैदी हैं और पाकिस्तान में 537 भारतीय कैदी हैं। पाकिस्तान 360 भारतीय कैदियों को छोड़ेगा जिनमें 355 मछुआरे और पांच अन्य नागरिक हैं।

इन मछुआरों को कराची से लाहौर ले जाया जाएगा और फिर वाघा सीमा पर उन्हें भारतीय अधिकारियों के हवाले कर दिया जाएगा। भारत और पाकिस्तान अक्सर मछुआरों को गिरफ्तार कर लेते हें क्योंकि अरब सागर में समुद्री सीमा का स्पष्ट सीमांकन नहीं है तथा मछुआरों के पास उनकी नौकाओं में सटीक अवस्थिति जानने के लिए उपयुक्त प्रौद्योगिकी नहीं होती है।

मछुआरों को रिहा करने की पाकिस्तान की घोषणा दोनों देशों के बीच पुलवामा हमले के बाद बढ़े तनाव के बीच आई है। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। उसके बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला किया था।