नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने पासीघाट में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर जमकर वार किया। पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग देश का अपमान करते हैं ऐसे लोगों से कांग्रेस सहानुभूति रखती है। जो भारत के संविधान को नहीं मानते ऐसे लोगों के खिलाफ देशद्रोह का जो कानून है उसको खत्म करने का वादा कांग्रेस पार्टी ने किया है।

उन्होंने आमजन से कहा कि आपके मजबूत विश्वास का ही नतीजा है कि आज अरुणाचल में शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर अनेक संस्थान बन रहे हैं। आजादी के 7 दशक बाद अरुणाचल के सभी गांवों तक बिजली पहुंचा पाए हैं, हर घर को रोशन कर पाए हैं। एक परिवार ने 55 साल तक दावा किया, लेकिन ये फिर भी दावा नहीं कर सकते हैं कि हिन्दुस्तान के सारे काम पूरे कर दिए हैं। मुझे तो पांच साल होने वाले हैं, लेकिन मैं इतना जरूर समाधान कर सकता हूं कि मैं हर चुनौतियों को चुनौती देने वाला इंसान हूं।

पीएम मोदी ने कहा कि इस बार का चुनाव वादों और इरादों के बीच का चुनाव है। ये संकल्प और साजिश के बीच का चुनाव है। ये भरोसे और भ्रष्टाचार के बीच का चुनाव है। ये अरुणाचल-नॉर्थ ईस्ट के विकास के लिए दिन रात एक करने वालों और दशकों तक अरुणाचल-नॉर्थ ईस्ट की उपेक्षा करने वालों का चुनाव है।

मोदी ने कहा कि ये आपकी सांस्कृतिक विरासत, परंपरा, आपके गौरव की रक्षा करने वालों और आपके परिधानों, आपकी परंपराओं का मजाक उड़ाने वालों, आपका अपमान करने वालों के बीच का चुनाव है। एक तरफ वो दल जिन्होंने कभी देश की आशाओं-आकांक्षाओं को नहीं समझा, जिन्होंने देश पर राज करने की नीयत से सत्ता पर कब्जा जमाए रखा। जबकि आपका ये चौकीदार, आपके सेवक की तरह काम कर रहा है।

उन्होंने कहा कि मैं हर चुनौती को चुनौती देने वाला इंसान हूं। कभी छुट्टी नहीं लेता, आराम नहीं करता। अरुणाचल प्रदेश के लोगों के समर्थन से हमने रोड बनाये, नेशनल हाईवे बनाये, राज्य में रेल और हवाई कनेक्टिविटी में सुधार किया। यह आपके हम पर मजबूत विश्वास के कारण हुआ। हम सिर्फ एक वादा करके उसे दशकों तक लटकाये रखने वाले लोग नहीं हैं। बल्कि आपके जीवन को आसान बनाने के लिए पूरी ईमानदारी से कम करने वाले लोग हैं।

उन्होंने कहा कि इन लोगों (कांग्रेस पार्टी) की तरह ही इनका घोषणा पत्र भी भ्रष्ट होता है, बईमान होता है, ढकोसला से भरा है और इसलिए घोषणा पत्र नहीं ढकोसला पत्र कहना चाहिए।