नई दिल्ली: बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लडे़ंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि पीएम मोदी जवानों के नाम पर वोट मांगते हैं लेकिन उनके लिए कुछ नहीं करते। उन्होंने कहा, ‘मोदी भ्रष्टाचार से मुक्त भारत की बात करते हैं लेकिन जब मैंने बीएसएफ जवानों को मिल रहे घटिया खाने के खिलाफ आवाज उठाई तो मुझे बर्खास्त कर दिया गया। इसलिए मैंने पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।’

तेज बहादुर ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि वह पिछले कई महीनों से चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। वाराणसी से लगभग एक हजार से ज्यादा लोग उनसे जुड़े हुए हैं। उन्होंने वाराणसी की वोटर लिस्ट में भी अपना नाम दर्ज करवा लिया है। अब वह देश में भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए प्रचार करेंगे।

कुछ महीने पहले बीएसएफ के जवान तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर जवानों को मिल रहे खराब गुणवत्ता वाले खाने को लेकर वीडियो जारी की थी। यही नहीं यादव ने अपने सीनियर अधिकारियों पर राशन की मात्रा में घपला करने का आरोप भी लगाया था। सोशल मीडिया पर तेज प्रताप का वीडियो काफी शेयर किया गया था जिसके बाद बीएसएफ ने इस मामले पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी देने से मना कर दिया था। साथ ही यादव पर सेवा शर्तों के उल्लंघन का आरोप भी लगाया। यादव 2032 में रिटायर होने वाले थे लेकिन उससे पहले बीएसएफ ने उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया।