इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि भारत में आम चुनाव संपन्न होने तक भारत-पाकिस्तान संबंध तनावपूर्ण बने रहेंगे और उन्हें पूर्वी पड़ोसी से ‘एक और दुस्साहस’ की आशंका है। पुलवामा में पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के 14 फरवरी के आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है।

खान ने कहा कि युद्ध की छाया अब भी पाकिस्तान और भारत पर मंडरा रही है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार आम चुनावों से पहले ‘‘एक और दुस्साहस’’ कर सकती है। ‘डॉन’ ने खान के हवाले से बताया, ‘खतरा अभी टला नहीं है। भारत में आगामी आम चुनावों तक स्थिति तनावपूर्ण बनी रहेगी। हम भारत की ओर से किसी भी तरह के आक्रमण रोकने के लिए पहले से ही तैयार हैं।’ उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने अफगानिस्तान सरकार की ‘चिंताओं’ के कारण तालिबान के साथ इस्लामाबाद में अपनी प्रस्तावित बैठक रद्द कर दी।

आपको बता दें कि भारतीय वायुसेना के 12 मिराज-2000 विमान इसी साल 26 फरवरी को पीओके और पाकिस्तान के बालाकोट में तड़के दाखिल हुए और स्थित जैश के आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले कर इन्हें ध्वस्त कर दिया। टाइम्स नाउ को विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से खबर मिली थी उसके मुताबिक वायुसेना के हमले से कुछ दिनों पहले यहां प्रशिक्षण के लिए 263 आतंकवादी जुटे थे। आईएएफ ने जैश के इन ठिकानों पर हमले के लिए पांच दिनों तक निगरानी की थी।

भारत में विपक्षी दलों की तरफ से भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के सबूत मांगे जाने लगे। कांग्रेस और टीएमसी के साथ दूसरे दलों ने भारत सरकार से पूछा कि आखिर हमले में आतंकियों के मारे जाने की संख्या क्या थी। इस विषय पर पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि बालाकोट में 300 आतंकी मारे गए थे या 300 पेड़ उखाड़े गए। सिद्धू के इस सवाल का जवाब करारे अंदाज में एक सैन्य अधिकारी की पत्नी नवनीत कौर ने दिया।