क्राइस्टचर्च: न्यूजीलैंड में क्राइस्टचर्च की मुख्य मस्जिद में हुई गोलीबारी के बाद सामान्यता लाने के क्रम में शनिवार को मस्जिद में पहली बार नमाज अदा की गई। ब्रेंटन टैरंट नाम के व्यक्ति द्वारा अल नूर मस्जिद पर गोलीबारी करने के बाद पुलिस ने जांच एवं सुरक्षा कारणों से मस्जिद को बंद कर दिया था।

इसके अलावा एक छोटी मस्जिद पर भी 15 मार्च को गोलीबारी हुई थी। मस्जिदों के भीतर हुई इस गोलीबारी में 50 लोगों की मौत हो गई थी। अब अल नूर मस्जिद को शनिवार को दोबारा स्थानीय मुस्लिम समुदाय को सौंप दिया गया है और छोटे-छोटे समूहों को दोपहर बार भीतर जाने की अनुमति देनी शुरू कर दी।

अल नूर में एक स्वयंसेवक सैयद हसन ने कहा कि हम एक बार में 15 लोगों को भीतर जाने की मंजूरी दे रहे हैं ताकि स्थिति सामान्य हो सके। मस्जिद में पहले प्रवेश करनेवालों में वोहरा मोहम्मद हुजेफ थे। इन्हें भी 15 मार्च को गोली लगी थी।

क्राइस्टचर्च में हमले में मारे गए अपने बेटे की मौत की खबर सुनने के बाद न्यूजीलैंड आई एक मां का भी शुक्रवार की रात निधन हो गया था। वहीं एक और परिजन की मौत हुई है। पुलिस के एक प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि एक रिश्तेदार की मौत सदमे के कारण और एक अन्य की भी मौत हुई है।

हालांकि प्रवक्ता ने किसी भी मामले की अधिक जानकारी नहीं दी। क्राइस्टचर्च में हुए हमले के बाद न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री ने बखूबी स्थिति को संभाला। जिसके चलते उनका शुक्रिया अदा करने के लिए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने दुनिया की सबसे ऊंची ईमारत बुर्ज खलीफा पर लाइटों से उनकी तस्वीर बनाई।