इटावा।यूपी की सियासत में अहम किरदार रखने वाले यादव परिवार की सैफ़ई की होली या कोई भी त्यौहार अपनी अलग ही पहचान रखता था लेकिन सियासत की भूख ने उसे भी बदमजा बना दिया इसकी वजह घर के टीपूँ बने परिवार में दीवार खड़ी करने में उनका साथ मुलायम के चचेरे भाई प्रो रामगोपाल यादव ने दिया बताया जाता है कि टीपूँ को शिवपाल के खिलाफ रामगोपाल ने चढ़ाया ऐसा मानना है खुद मुलायम सिंह यादव और शिवपाल का ख़ैर वजह कुछ भी रही हो लेकिन आज सैफई होली फीकी-फीकी सी रही जिस होली को पूरा परिवार एक होकर मनाया करता था आज उनके बीच दिलो में हुई दीवार साफ तौर पर नज़र आई डाक्टर नवाज़ देवबन्दी का शेर है कि भाई से भाई के कुछ तक़ाज़े भी तो है सहन के बीच दीवार अपनी जगह लेकिन तक़ाज़े पीछे और सियासत आगे रही।सियासत कितनी ख़राब होती है ये यादव परिवार में आज के त्यौहार में देखने को मिली कि ये हाल कर देती है दिलो की दीवार हम यही दुआ करेगे ऐसा न हो किसी परिवार के साथ।होली का त्यौहार आपसी सौहार्द और दुश्मनी को ख़त्म कर गले लगने वाला सामाजिक त्यौहार है,लेकिन इस बार की होली में अभी तक आपसी सौहार्द कायम रखने वाला सैफई का यादव परिवार के अलग-अलग अंदाज देखने को मिले।चाचा-भतीजे ने अलग-अलग मंचो पर अपने-अपने कार्यकर्तों के साथ होली खेली। भतीजे के मंच पर सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव , रामगोपाल यादव और खुद अखिलेश यादव मौजूद थे तो वही सैफई में ही दूसरी जगह सपा से बगावत कर अलग पार्टी बनाकर चुनाव मैदान में कूदने वाले चाचा शिवपाल सिंह यादव सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ अबीर गुलाल से होली के रंग को और गाढा कर रहे थे।सैफई इन दोनों विरोधियों के बीच ही असमंजस में होली की ख़ुशी में सरोबोर थी।होली के हुड़दंग के बीच ही प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि हम चुनाव मैदान में भाजपा को हारने के लिए कूद पड़े है।अब आप सभी को जी -जान लगाकर अपनी पार्टी को जिताने का काम करना है। उन्होंने कहा कि हमने पीस पार्टी समेत करीब 50 छोटे दलों से गठबंधन किया है। यही नहीं, हमने सपा-बसपा गठबंधन से भी एक साथ चुनाव लड़ने की पेशकश की थी लेकिन कुछ लोगों के अहंकार के चलते ऐसा नहीं हो सका।शिवपाल ने कहा की गुरुवार सुबह ही मैंने मुलायम सिंह यादव के आवास पर जाकर उनसे आशीर्वाद लिया है।शिवपाल ने कहा कि निश्चित तोर पर हम भाजपा को हारने में कामयाब होंगे।तो वही दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मौके पर भाजपा सरकार पर जमकर हमले किये।उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में हिंदुस्तान से ज्यादा मायुश नौजवान कही और नहीं है।मुख्यमंत्री योगी ने नौजवानों को छलने का काम किया है हमने जो लेपटॉप दिए थे उस योजना को भी योगी ने बंद कर दिया। दरअसल योगी लेपटॉप के बारे में जानते ही नहीं है। उन्होंने भाजपा पर कई सवाल दागे। पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा कि सपा-बसपा का गठबंधन हो चूका है।मायावती का चुनाव न लड़ने का फैसला बसपा का है।इस बीच मायावती संगठन और पार्टी को मजबूत करने का काम कर सकेगी। जनता की मांग पर पत्नी डिंपल यादव कन्नौज से ही चुनाव लड़ेगी।अखिलेश ने कार्यकर्तों को नसीहत देते हुए कहा कि भाजपा इन दिनों सबसे ज्यादा जनता को भ्रमित कर रही है ,ऐसे में हम अपने कार्यकर्तों से अपील करते है कि वे न्यूज़ चैनल देखना बंद कर दें।भाजपा सर्टिफिकेट देने वाली पार्टी बन गई है जो राष्ट्रवादी होने का प्रमाण पत्र जारी करती है।अगर आप भाजपा के विचारों से सहमत नहीं होते है तो उनकी नजर में आप राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में आते है।