नई दिल्ली: पीएनबी बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी को लंदन में कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है. वेस्टमिन्स्टर कोर्ट ने भगोड़ा नीरव मोदी के खिलाफ वारंट जारी कर दिया है.

2017 में पीएनबी बैंक घोटाले में नीरव मोदी का नाम सामने आया था. नीरव मोदी ने बैंक स्विफ्ट सिस्टम का गलत इस्तेमाल करते हुए 13 हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया था. इसमें उसका मामा मेहुल चोकसी भी शामिल था.

हाल ही में नीरव मोदी लंदन की सड़कों पर कुछ अलग अंदाज में दिखाई दिया था. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. भारत सरकार ने इस समय जोर देकर कहा था कि नीरव के खिलाफ मुकदमा चलाने और उसे प्रत्यर्पित करने के प्रयासों में भारत की ओर से कोई देरी नहीं की गई है.

पहली बार भारत ने ब्रिटेन को जो अलर्ट भेजा था वह फरवरी 2018 में म्यूचुअल लीगल असिस्टेंट ट्र्रीटी के तहत था। यह सीबीआई द्वारा नीरव मोदी और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में 13 हजार करोड़ रुपए की कर चोरी के आरोप में पहली बार आपराधिक मामला दर्ज करने के तुरंत बाद भेजा गया था.

अधिकारियों ने जानकारी दी थी कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में आपोरी नीरव मोदी के खिलाफ मनी लांड्रिंग रोधी कानून के तहत एक अनुपूरक आरोप पत्र दायर किया गया था. यह आरोप पत्र मुंबई स्थित विशेष मनी लांड्रिंग रोधी कानून अदालत के समक्ष दायर किया गया है.

ब्रिटेन के एक समाचार पत्र ने नीरव मोदी के लंदन के वेस्ट एंड इलाके में 80 लाख पौंड के आलीशान अपार्टमेंट में रहने और नए सिरे से हीरा कारोबार शरू करने की जानकारी दी थी.