नई दिल्ली: पीएनबी घोटाले का आरोपी और डायमंड कारोबारी नीरव मोदी देश छोड़कर फरार हो चुका है। यहां उसकी संपत्ति की नीलामी को लेकर वित्त मंत्रालय के दो अहम विभागों के बीच तनातनी हो गई है। दरअसल आयकर विभाग मार्च के अंत में एक नीलामी का आयोजन करने जा रहा है। द इंडिनय एक्सप्रेस में वरिष्ठ पत्रकार कूमी कपूर के एक लेख के अनुसार, इस नीलामी में आयकर विभाग नीरव मोदी के ठिकानों से बरामद हुई 68 मॉर्डन और दुर्लभ पेंटिग्स की नीलामी करने जा रहा है। इन पेटिंग्स की कीमत करीब 30-50 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। ये पेंटिग्स मुंबई स्थित कंपनी M/S Camelot Enterprises के ऑफिस से जब्त की गई हैं। माना जा रहा है कि यह कंपनी नीरव मोदी की शैल कंपनी है, जिसकी मदद से नीरव मोदी ने 96 करोड़ रुपए का टैक्स बचाया है। इस नीलामी के लिए आयकर विभाग ने अखबारों में विज्ञापन भी दे दिया है।

वहीं ईडी से जुड़े एक अधिकारी ने एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में दावा किया है कि जिन पेंटिंग्स की नीलामी आयकर विभाग द्वारा की जा रही है, वहीं पेंटिंग्स ईडी द्वारा भी अटैच की गई हैं। ऐसे में ईडी ने धमकी दी है कि यदि आयकर विभाग इन पेंटिग्स की नीलामी का आयोजन करता है तो वह आयकर विभाग के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे। वहीं ईडी के इस रवैये को देखते हुए आशंका जतायी जा रही है कि इससे आयकर विभाग की नीलामी के दौरान आने वाले खरीददार ना सिर्फ इससे डरेंगे, बल्कि पूरी दुनिया में इस मुद्दे पर भारत की काफी किरकिरी भी हो सकती है। बहरहाल अब देखने वाली बात होगी कि ईडी क्या कदम उठाता है?

बता दें कि भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी हाल ही में इंग्लैंड में देखा गया था। ऐसी खबरें हैं कि नीरव मोदी ने इंग्लैंड का गोल्डन वीजा हासिल किया है। यूरोपीय यूनियन से बाहर के व्यक्ति को यह वीजा पाने के लिए ब्रिटेन में 2 मिलियन पौंड के बॉन्ड या शेयर निवेश करने होते हैं। माना जा रहा है कि नीरव मोदी ने इसी वीजा की मदद से ब्रिटेन में शरण ली है। मुंबई की एक विशेष अदालत ने हाल ही में नीरव मोदी की पत्नी एमी मोदी के खिलाफ भी गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है। ईडी का आरोप है कि एमी मोदी ने तीन करोड़ डॉलर स्थानांतरित करने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय बैंक खाते का इस्तेमाल किया। संदेह जताया जा रहा है कि यह घोटाले की कमाई का पैसा था।