क्राइस्टचर्च : न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च की अल नूर मस्जिद में शुक्रवार को एक बंदूकधारी हमलावर ने अंधाधुंध गोलियां चलाकर करीब 40 लोगों को मौत के घाट उतार दिया. इस हमले में 48 से अधिक लोग घायल हो गए. जिस वक्त ये हमला हुआ मस्जिद श्रद्धालुओं से भरी हुई थी. हमला होते ही वहां अफरा-तफरी मच गई.

ब्रिटिश मीडिया के मुताबिक टन टैरेंट नाम के 28 वर्षीय युवक ने मस्जिद पर हमला किया था. वह ऑस्ट्रेलिया का रहने वाला है. हमलावर ने इस हमले से पहले एक सनसनीखेज मैनिफेस्टो 'दे ग्रेट रिप्लेसमेंट' लिखा था. इस मैनिफेस्टों में उसने आतंकी हमलों में यूरोपीय नागरिकों की जान जाने का बदला लेने की बात कही है. इसके साथ ही उसने अप्रवासियों को बाहर निकालकर व्हाइट सुप्रीमेसी कायम करने की बात कही है.

ब्रिटिश अखबार 'द सन' के मुताबिक हमलावर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का फैन है. वह ट्रंप को गोरों की नई पहचान और साझा उद्देश्य के लिए प्रतीक भी मानता है. साथ ही हमलावर को व्हाइट सुप्रीमेसी की सनक भी है. हमला करने से पहले उसने लिखा, "अटैक करने वालों को दिखाना है कि हमारी भूमि कभी उनकी नहीं होगी. जब तक एक भी गोरा व्यक्ति रहेगा, वे कभी जीत नहीं पाएंगे."