नई दिल्ली: आम चुनावों के लिए कैंपेनिंग शुरू हो चुकी है. पार्टियां सत्ता की रेस में एक दूसरे से आगे निकलने की कोशिश कर रही हैं. लेकिन राजनीतिक दलों के बीच एक लड़ाई हवा में भी लड़ी जा रही है. ये लड़ाई ज्यादा से ज्यादा हेलिकॉप्टर और चाटर्ड प्लेन बुक कराने के लिए हो रही है. इस कारण चुनाव के साथ हेलिकॉप्टर और चार्टेड प्लेन कंपनियों की चांदी हो गई है. आमतौर पर घंटों के हिसाब से हेलिकॉप्टर की बुकिंग होती है, लेकिन इस बार तो पूरे चुनाव सीजन के लिए बुक हो चुके हैं ताकि दूसरी पार्टी को ना मिल सके.

देश में इस समय 260 हेलीकाप्टर है जिनका चुनाव प्रचार में इस्तेमाल होगा, इनमें से 60 प्रतिशत हेलीकाप्टर देश की सबसे मालदार पार्टी सत्ताधारी भाजपा ने बुक लिए हैं, शेष 40 प्रतिशत हेलीकॉप्टरों के लिए देश की बाक़ी राजनितिक पार्टियां आपस में घमासान करेंगी|

एक्सपर्ट्स का कहना है कि जितनी आक्रामक तरीके से हेलिकॉप्टर की बुकिंग इस बार हुई है, वैसी पहले कभी नहीं हुई. लेकिन हेलिकॉप्टर सीमित हैं इसलिए पहले बुकिंग का मतलब अपनी कैपेंनिंग को तेज करना तो है ही साथ ही विपक्षी पार्टी की कैपेनिंग को धीमा करना भी है.