लखनऊ: मायावती के निवास के बाहर काम जोरशोर से चल रहा है। मुख्य द्वार पर केंद्रीय कैंप कार्यालय का बोर्ड एक तरफ हिन्दी तो दूसरी तरफ अंग्रेजी में लगाया गया है। बाहर पदाधिकारियों का जमावड़ा है लेकिन हर किसी को भीतर जाने की इजाजत नहीं है लेकिन इक्का-दुक्का लोग की भीतर प्रवेश पा रहे हैं। पदाधिकारी कहते हैं-' नया नारा दिया गया है 'दलित, ब्राह्मण, यादव मुस्लिम भाईचारा, इनके आगे हर कोई हारा' ।

मायावती के माल एवेन्यू स्थित आवास को लोकसभा चुनाव के लिए बसपा केंद्रीय कैंप कार्यालय के रूप में तैयार किया जा रहा है। यहां एक बड़े से हाल में इंटरनेट युक्त कंप्यूटर और एलईडी टीवी लगाए गए हैं। यह इसलिए कि ट्विटर, फेसबुक और वाट्सएप जैसे सोशल मीडिया पर मायावती के विचारों को साझा किया जा सके। इसकी जिम्मेदारी मायावती के खास लोगों को दी गई है। इसके साथ सोशल मीडिया विशेषज्ञों की एक टीम वार रूम में लगाई गई है। मायावती के निर्देश पर यह टीम काम करेगी और इसका मकसद बसपा की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाया जा सके।

बसपा की कार्यशैली वैसे तो अन्य पार्टियों से बिल्कुल जुदा रही है, लेकिन बदली परिस्थितियों में वह हाईटेक होकर सोशल मीडिया पर एक्टिव हुई है। मायावती ने सोशल मीडिया, खासकर ट्विटर को अपनी बात कहने का इस समय सबसे बड़ा सहारा बनाया है। ज्वलंत मुद्दों पर जवाब देने के लिए मायावती ने ट्विटर को अपना बड़ा हथियार बना रही हैं।