नई दिल्ली: मुजफ्फरपुर: जनता दल युनाइटेड (JDU) के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने बिहार के युवाओं को आश्वासन दिया है कि वह उनकी सांसद या विधायक बनने में मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा, 'अगर मैं किसी की प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बनने में मदद कर सकता हूं, तो मैं बिहार के युवाओं की सांसद और विधायक बनने में भी मदद कर सकता हूं।' प्रशांत किशोर का ये बयान इसी महीने की 5 तारीख का है।

2012 में गुजरात विधानसभा चुनावों के दौरान नरेंद्र मोदी के सफल राजनीतिक अभियानों का श्रेय प्रशांत किशोर को दिया जाता है। उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में भी मोदी का चुनाव प्रचार संभाला और उनकी जीत का बड़ा श्रेय इन्हें मिला।

बिहार के रहने वाले किशोर ने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान नीतीश कुमार के साथ भी काम किया। वह 2018 में औपचारिक रूप से जद (यू) में शामिल हो गए। राजनीतिक रणनीतिककार प्रशांत किशोर राजनीति में युवाओं की भागीदारी का समर्थन करते हैं। उन्होंने 11 से 13 फरवरी तक जदयू में राजनीतिक नेताओं और व्यापारियों सहित लगभग 1,600 लोगों का स्वागत किया। जेडीयू को मजबूत करने और अपने कार्यकर्ता आधार को बढ़ाने की दृष्टि से किशोर ने चुनावी राजनीति में लगभग 1 लाख युवाओं को लाने के लक्ष्य के साथ 'यूथ इन पॉलिटिक्स' अभियान शुरू किया।

पार्टी ने कहा कि पंचायत राज संस्थाओं के पूर्व सदस्यों, महापौरों, ब्लॉक प्रमुखों और जिला परिषद अध्यक्षों, व्यापारियों, उद्यमियों, छात्रों, महिलाओं और अन्य लोगों ने पार्टी में शामिल होने का इरादा व्यक्त किया।

प्रशांत किशोर ने हाल ही में कहा कि वह भाजपा के साथ दोबारा गठजोड़ करने के अपनी पार्टी के अध्यक्ष नीतीश कुमार के तरीके से सहमत नहीं हैं और महागठबंधन से निकलने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री को आदर्श रूप से नए सिरे से जनादेश हासिल करना चाहिए था। किशोर के बयान से उनकी अपनी ही पार्टी में नाराजगी है।