नई दिल्ली: फिरोजपुर से दो बार संसद सदस्य और अकाली दल के बागी नेता शेर सिंह घुबाया ने सोमवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद वह आज कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं। जब उन्होंने प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया लेकिन उधर अकाली दल ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित कर दिया।

घुबाया ने पंजाब के फिरोजपुर जिले के जलालाबाद में हुए संवाददाता सम्मेलन में शिरोमणि अकाली दल को छोड़ने की घोषणा की और प्राथमिक सदस्यता एवं पार्टी के सभी पदों से इस्तीफे के लिए इसके प्रमुख सुखबीर सिंह बादल की गलत नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। बादल को लिखे पत्र में, घुबाया ने उनसे इस्तीफा स्वीकार करने की अपील की।

बाद में, अकाली दल ने यहां प्रेस विज्ञप्ति जारी की जिसके तहत बादल ने गुबाया को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया। घुबाया 2009 और फिर 2014 आम चुनावों में फिरोजपुर संसदीय सीट से चुनकर आए थे। वर्ष 2017 विधानसभा चुनावों से पहले एक कथित वीडियो क्लिप सामने आने के बाद से उनके अकाली दल के साथ संबंध कथित रूप से बिगड़ गये थे।

दिसंबर 20106 में पिछले अकाली दल-भाजपा सरकार के तहत सतर्कता ब्यूरो ने गबन की शिकायतों को लेकर उनके परिवार के मालिकाना निजी इंजीनियरिंग कॉलेज पर छापा मारा था। गुबाया ने बादल परिवार पर उन्हें अपमानित करने का भी आरोप लगाया था। दरअसल, घुबाया अब फिरोजपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए प्रयासरत हैं।