नई दिल्ली: कांग्रेस ने एक बार फिर रफ़ाल के मुद्दे और देश की अर्थव्यवस्था को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की तीखी आलोचना की है.

कांग्रेस ने रफ़ाल जेट के आने में हुई देरी के लिए पूरी तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज़िम्मेदार बताते हुए कहा कि, "देश उनके एक तरह के आलाप, नक़ली वाहवाही और अपने कामों पर झूठ बोलने का गवाह है."

उन्होंने कहा, "माननीय प्रधानमंत्री, आपको थोड़ी भी शर्मिंदगी महसूस नहीं होती. आपने 30 हज़ार करोड़ रुपये चुराकर अपने मित्र अनिल को दिए. रफ़ाल जेट के आने में देरी के लिए भी आप ही पूरी तरह ज़िम्मेदार हैं."

ट्विटर पर राहुल ने लिखा, "आपकी वजह से विंग कमांडर अभिनंदन वायुसेना के बहादुर पायलट पुराने जेट उड़ाकर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं."

राहुल गांधी की यह प्रतिक्रिया नरेंद्र मोदी के यह कहने पर आयी कि आज देश रफ़ाल की कमी महसूस कर रहा है और अगर देश के पास रफ़ाल होता तो नतीजे कुछ और होते. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में ये बात कही थी. उन्होंने भारत-पाकिस्तान में हाल के तनाव और भारतीय सेना की पाकिस्तान में कार्रवाई पर बोलते हुए ये बात कही.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''रफ़ाल डील को पिछली सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल रखा था. अगर हमारे पास रफ़ाल होता तो नतीजे कुछ और होते. यह न्यू इंडिया है जहां सेना के सभी जवानों के ख़ून का बहुत महत्व है. इससे पहले सेना के जवान मरते थे लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती थी. हमने राष्ट्रहित में यह फ़ैसला लिया और कर दिखाया. देश को स्वार्थी हितों के कारण बहुत नुकसान हुआ है और अब रफ़ाल पर राजनीति हो रही है."

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर एक वक्तव्य जारी करते हुए लिखा, "देश ने ज़िम्मेदारी की जगह प्रधानमंत्री के मोनोलॉग, नक़ली वाहवाही और अपने कामों पर झूठ बोलने के देखा है."
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एक शब्द 'मोदी' के प्रति आसक्त हैं, वो यह भूल जाते हैं कि भारत 132 करोड़ लोगों का एक संपन्न राष्ट्र है जिसमें कई तरह की राय है.

उन्होंने कहा, "मोदीजी पाकिस्तान प्रायोजित चरमपंथ के ख़िलाफ़ निर्णायक कार्रवाई कब करेंगे? देश की सुरक्षा और ख़ुफिया विभागों की असफलता के साथ समझौता करना, काम नहीं कर रही मोदी सरकार की खासियत है.

सुरजेवाला ने कहा, "पिछले 56 महीनों में अकेले जम्मू-कश्मीर में 498 सैनिक और अधिकारी मरे हैं. और तो और पाकिस्तान प्रायोजित चरमपंथ की वजह से केवल फ़रवरी 2019 के महीने में ही 55 सैनिकों की मौत हुई है."

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत के सैनिकों की बहादुरी और उनकी मौतों का राजनीतिकरण करते हुए उनका अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया है.

इस वक्तव्य में लिखा गया है, "मोदीजी के पक्षपात का सबसे नया उदाहरण हैं रफ़ाल सौदा और 6 में से 5 हवाई अड्डों को अपने घनिष्ठ दोस्त को सौंपना."
इस पत्र में कांग्रेस ने देश की कथित कमजोर अर्थव्यवस्था के लिए भी सत्तारूढ़ दल की आलोचना की है.

इसमें लिखा गया है, "मोदीजी की दिशाहीन नीतियों और आर्थिक नज़रिया में दूरदर्शिता की कमी भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए विनाशकारी है. इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि अर्थव्यवस्था के सभी जानकार अब कह रहे हैं कि 'मोदीनॉमिक्स' से देश को नुकसान पहुंचने वाला है.
सुरजेवाला ने कहा, "अब क़रीब 50 दिन बचे हैं, भारत मोदी सरकार के जाने का इंतजार कर रहा है."