विशेषज्ञों ने तलाशीं आईटी क्षेत्र में रोजगार की सम्भावनाएं

लखनऊ: पर्यटन भवन गोमतीनगर में तीन मार्च तक चलने वाला कम्प्यूटर रोजगार मेला और आईटी एक्सपो डिकोडेक्स आज से प्रारम्भ हो गया। बजहाइपर्स मारकाॅम के लखनऊ प्रबंधन एसोसिएशन व रोटरी क्लब लखनऊ के सहयोग से हो रहे इस कार्यक्रम का उद्घाटन बिट्स पिलानी के पूर्व कुलपति डा.एलके माहेश्वरी ने किया। नैस्काॅम के स्थानीय चैप्टर की ओर से हो रहे रोजगार मेले में कम्प्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी के सेक्टर में पांच सौ युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य है।

आज पहले दिन सूचना प्रौद्योगिकी व संचार सेक्टर में नौकरी व कॅरियर बनाने की सम्भावनाओं को सत्येन्द्र सिंह, तूलिका गांगुली, आभा दीक्षित, डा.संचिता घटक, सीएमए हिमेन्द्र सोनी व तृणा बोस ने अनुभव के आधार पर तलाशा। इससे पहले उद्घाटन सत्र में अनुभवी डा.एलके माहेश्वरीने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है बावजूद इसके लोग जागरूक नहीं हैं। विदेशी टैक्सी एप खुब प्रचलित हैं। यहां प्रतिभाओं और योग्यता की कमी नहीं पर ऐसे काम नहीं हो रहे। जबकि भारतीय आईटी विशेषज्ञों की दुनिया में धाक है। हमें योजनाबद्ध तरीके से डिजिटलीकरण और सूचना प्रौद्योगिकी के अन्य लाभ्यप्रद उपयोगी आयामों को फैलाना होगा।

आयोजक बजहाइपर्स के प्रमुख सुधीर वर्मा नैस्काॅम के को-चेयर रामिश जैदी, विज्ञान भारती के श्रेयांस मण्डलोई व रोटरी क्लब की भारती गुप्ता ने पत्रकार वार्ता में बताया कि आयोजन में कम्प्यूटर की अच्छी जानकारी रखने वाले युवाओं के लिए आईटी कम्पनियों का रोजगार मेला तो चलेगा ही, साथ ही सेक्टर के औद्योगिक विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान, काउंसिलिंग आदि की शैक्षणिक गतिविधियां, साइबर पेशेवरों से बातचीत, हैकाथान कोडिंग प्रतियोगिता, परियोजना प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता, अभिरुचियों पर आधारित आॅनलाइन प्रतियोगिताएं चलेंगी। गतिविधियों के डिजिटलीकरण पर बातें होंगी तो रोबोट प्रदर्शनी इस आयोजन का एक और खास आकर्षण होगी। सरकार के आईटी व ई-गवर्नेन्स की अहमियत को समझते हुए इस आईटी एक्सपो का आयोजन कम्प्यूटर जगत से सम्बंधित संस्थाओं को मंच प्रदान करने के इरादे से किया जा रहा है। इस तरह हमारा यह आयोजन युवाओं के लिए रोजगार और कॅरियर बनाने के अवसर पैदा करेगा। साथ ही यहां आने वाली आम जनता भी ई-गवर्नेन्स के प्रति जागरूक होगी। इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन, इंस्टीट्यूट आफ कम्पनी सेक्रेटरी आफ इण्डिया और इंस्टीट्यूट आफ कास्ट अकाउण्टेंट्स आफ इण्डिया और विज्ञान भारती के विशेषज्ञ और सलाहकार शामिल होंगे और आम लोगों को डिजिटल इण्डिया, कम्प्यूटर साक्षरता और ई-गवर्नेंस जैसे अभियानों के लिए सहज तौर पर जागरूक व प्रेरित करेंगे।