नई दिल्ली: महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले की पार्टी आरपीआई को जगह नहीं दी गई है। इसके बाद से वो लगातार बीजेपी और शिवसेना से अपने लिए लोकसभा चुनाव में दो सीटों की मांग कर रहे है। लेकिन इस बीच कांग्रेस ने अठावले को पार्टी में आने का न्यौता देते हुए कहा कि वे हमारे साथ पहले भी रहें हैं, यदि वो फिर से आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। इस बीच कांग्रेस ने राज ठाकरे की पार्टी मनसे से गठबंधन करने से इंकार कर दिया। बता दें कि हाल ही में अठावले ने कहा था कि रिपब्लिकन पार्टी के लिए एक भी सीट नहीं छोड़ने की घोषणा बहुत गंभीर बात है। मैं इससे खुश नहीं हूं।

दरअसल, महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना ने आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए सीटों का ऐलान कर दिया है। इसके तहत राज्य में लोकसभा की कुल 48 सीटों में से बीजेपी 25 और शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके बाद से एनडीए के सहयोगी दल आरपीआई के अध्यक्ष रामदास अठावले ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि आरपीआई की उपेक्षा की गई है और दलित समाज में इसकी तीखी प्रतिक्रिया हो रही है। उन्होंने कहा कि हमारी महाराष्ट्र में ताकत है और अगर हमें साथ नहीं लेते हैं तो इनको भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। इसके बाद सोमवार को कांग्रेस नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने कहा, रामदास अठावले पहले भी कांग्रेस में रहे हैं, “यदि वो हमारे साथ आते हैं तो उनका स्वागत है। लेकिन मनसे से बात करने का कोई सवाल ही उठता। हमारी बात स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के प्रमुख राजू शेट्टी से भी हुई है।”

कांग्रेस नेता राधाकृष्ण ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि हमने प्रकाश आंबेडकर को चार सीटों का ऑफर दिया था और उन्होंने कहा कि हम जल्द ही जवाब देंगे। उन्होंने कहा कांग्रेस और एनसीपी हमेशा से गठबंधन के लिए नरम रुख रखती हैं। राधाकृष्ण ने कहा कि स्वाभिमानी शेतकारी संगठन, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया, प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन आदि पार्टियों से बात हुई है। इस दौरान अठावले ने कहा कि हम एनडीए के साथ खड़े है। हमारी कुछ मांगे हैं। लोकसभा चुनाव में एक सीट शिवसेना और एक सीट बीजेपी को छोड़ना चाहिए ताकि आरपीआई भी गठबंधन में शामिल हो सके।