नई दिल्ली: जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर स्थित एक सेमिनारी हाल और एक मस्जिद को पाकिस्तान की पंजाब प्रांत सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया है। यह वही आतंकी संगठन ने जिसने बीते 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला किया था। इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। जैश-ए-मोहम्मद का मुखिया आतंकी मसूद अजहर है।

पाकिस्तानी मीडिया हाउस DAWN के मुताबिक इस कैंपस में 70 फैकल्टियों में 600 छात्र एनरॉल्ड हैं | DAWN के मुताबिक़ मदरेसतुल साबिर और जमा मस्जिद सुभानअल्लाह, जिसे जैशे मोहम्मद का हेडक्वार्टर माना जाता है पर पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने ऐडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त कर दिया है जो अब वहां का प्रबंधन देखेगा |

इससे पहले पाकिस्तान ने 2008 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के नेतृत्व वाले जमात-उद-दावा और उसकी परमार्थ संस्था फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन पर बीते गुरुवार (21 फरवरी) को प्रतिबंध लगा दिया। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के बाद पाकिस्तान पर कार्रवाई करने को लेकर लगातार अंतरराष्ट्रीय दबाव बन रहा था।

गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में गुरुवार को हुई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में इन संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया। प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ''गैरकानूनी करार दिए गए संगठनों के खिलाफ कार्रवाई तेज करने का फैसला बैठक में लिया गया। उन्होंने कहा, ''यह तय किया गया कि गृह मंत्रालय द्वारा जमात-उद-दावा और फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन को गैरकानूनी घोषित किया जाए।