लखनऊ: सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि कार्यकर्ता यह सुनिश्चित करें कि 80 लोकसभा सीटों में से एक पर भी भाजपा को जीत ना मिल सके। वे समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के लोकसभा प्रत्याशियों को जिताने के लिए दिन-रात एक कर दें।

अखिलेश ने यह भी कहा कि समाजवादियों का बहुजन समाज पार्टी से किया गया गठबंधन देशहित में एक ऐतिहासिक निर्णय है जिसकी पहली प्राथमिकता भाजपा को सत्ता में आने से रोकना है। समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन की विश्वसनीयता के आगे भाजपा-आरएसएस की फरेबी चालें कभी सफल नहीं होंगी।

मुलायम सिंह यादव द्वारा सपा बसपा गठबंधन पर सवाल उठाने के एक दिन बाद सपा अध्यक्ष ने गठबंधन को देश हित व पार्टी हित में बताया। अखिलेश यादव शुक्रवार को पार्टी दफ्तर में कर्नाटक, तमिलनाडू, केरल और प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए कार्यकर्ताओं के समूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव अलग तरह के हैं। इन चुनावों में देश का भविष्य दांव पर लगा है। देश, लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए यह वक्त जी-जान से जुटने का है।

अखिलेश ने कहा कि भाजपा चाहे जितने समझौते या गठबंधन कर ले समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन के सामने उत्तर प्रदेश में जीरो हो जाएंगे। भाजपा ने कोई विकास नहीं किया। जो विकास हुआ समाजवादी सरकार में हुआ। भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है और वह केवल नफरत फैलाकर समाज को बांटने का ही काम करती रही है। भाजपा के कुप्रचार पर रोक लगनी चाहिए।

अखिलेश यादव ने कहा कि पुलवामा की घटना की जांच होनी चाहिए। इसमें खुफियातंत्र की विफलता पर सरकार को जवाब देना होगा। 48 जवानों और फौजी अधिकारियों की शहादत का जवाब कौन देगा? भाजपा की केन्द्र में सरकार बनने के बाद 56 महीनों में 500 से ज्यादा जवान शहीद हुए। जनता ने भी मन बना लिया है कि भाजपा को इस बार फिर दिल्ली का रूख नही करने देंगे।