लखनऊ: शिक्षा माफिया स्कूल प्रबन्धक/प्रिन्सपल व अधिकारियों के गठजोड़ से मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री व उच्च शिक्षा मंत्री के दावे नकल विहीन बोर्ड परीक्षा मुख्यमंत्री के गृह जनपद में हुई फेल विषयक प्रेस वार्ता का आयोजन आज यूपी प्रेस क्लब में किया गया।

पीडित वसी उल्ला अन्सारी ने बताया कि मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री व उच्च शिक्षा मंत्री बोर्ड की परीक्षा सुचारू रूप से एवं पारदर्शी एवं नकल विहीन कराने के लिए अथक प्रयास कर रहे है लेकिन शिक्षा माफिया व अधिकारियों के गठजोड़ के आगे बेबस व असहाय दिख रहे है जिसकी एक शिकायत गोरखपुर के जिलाधिकारी, जिलाविद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी से की गई लेकिन इस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी।

वसी उल्ला अन्सारी ने आगे कहा कि यदि मेरी साक्ष्य आधारित शिकायत के बावजूद 15 दिन मे शासन प्रशासन कार्रवाई नही करता है तो मै विवश होकर मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह कर लूंगा।

पूरा मामला इस प्रकार है यू0पी0 बोर्ड व मदरसा बोर्ड के हाईस्कूल एवं इण्टर के फार्म एक विद्यार्थी केवल एक बोर्ड में एक वर्ष में 1 बार फार्म भर सकता है। लेकिन शिक्षा माफिया विद्यालय प्रबन्धक/प्रधानाचार्य ने मदरसा अरबीया मिसबाहुल उलूम, असौजी बाजार में सभी बच्चों का बोर्ड फार्म भरवाया गया और फिर पुनः उन्हीं बच्चों का उसी कक्षा में यू0पी0 बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूल शक्ति इण्टर कॉलेज बेलघाट गोरखपुर में भी रेगुलर फार्म भरवाया गया जबकि 1 विद्यार्थी केवल एक जगह से ही रेगुलर क्लास कर सकता है और उसकी प्रजेन्टेशन के आधार पर ही परीक्षा देने की अनुमति दी जाती है।

इस स्थिति में एक विद्यार्थी को एक ही बोर्ड का रेगुलर प्रवेश पत्र मिलना चाहिए लेकिन इन विद्यार्थियों को यू0पी0 बोर्ड व मदरसा बोर्ड दोनों एक ही क्लास के प्रवेश पत्र एक साथ जारी किया। उसके बाद 13.02.2019 को यू0पी0 बोर्ड के गृहविज्ञान का पेपर एवं मदरसा बोर्ड थियोलॉजी द्वितीय, सुन्नी/शिया, तजुरमा, कुरान व इन्शा का पेपर सुबह की पाली में था। जिसमें एक ही छात्र एक ही समय दोनो जगह प्रजेन्ट दिखाकर पेपर सॉल्व कराया गया। इसी तरह 16.02.2019 को भी यू0पी0 बोर्ड का मैथ्स का पेपर एवं मदरसा बोर्ड का थियोलॉजी तृतीय, सुन्नी/शिया तजुरमा कुरान व इन्शा का पेपर प्रथम पाली में एक ही विद्यार्थी दोनों जगह एक साथ प्रजेन्ट होकर दिये एवं 23.02.2019 को पुनः दोनों एक साथ प्रथम पाली में परीक्षा देने के तैयारी है इसकी शिकायत सभी अधिकारी से की गयी। लेकिन शिक्षा माफिया अपने पैसे के बल पर सारी शिकायत दबा दिये और किसी अधिकारी की उनके खिलाफ जुबान खोलने की हिम्मत नहीं हुई शिक्षा माफिया नौनिहाल बच्चों की जिन्दगी से खेलने व उनका जीवन बरबाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है अगर समय रहते इन स्कूल प्रबन्ध के माफियाओं का परीक्षा केन्द्र निरस्त करके दुबारा परीक्षा कराने एवं उनके स्कूल की मान्यता रद्द करके उनके खिलाफ गम्भीर धाराओं में एफ0आई0आर0 दर्ज कर दण्डात्मक कार्यवाही करते हुए बच्चों के भविष्य को बचाने की कृपा करें।

इन अधिकारियों के संरक्षण में मदरसा अरबीया मिसबाहुलउलूम असौजी बाजार, गोरखपुर के प्रधानाचार्य मंजूरआलम की नियुक्ति भी गलत शैक्षणिक दस्तावेजों के आधार पर हुई है जिसमें मंजूरआलम प्रधानाचार्य की दो जन्म तिथि है। यू0पी0 बोर्ड के शैक्षणिक दस्तावेजों में जन्मतिथि 05.01.1957 जबकि इन्होने फर्जी कूट रचना करके अपनी जन्मतिथि 05.01.1959 दिखाकर सेवा प्राप्त किये है इन्हें नियमत दो वर्ष पहले ही सेवानिवृत्त हो जाना चाहिए था।