नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में सेना और सुरक्षा बलों के काफिले गुजरने के दौरान प्रमुख सड़कों और राजमार्गों पर आम नागरिकों की आवाजाही पर कुछ समय की पाबंदी रहेगी। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की। पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर आत्मघाती हमले के एक दिन बाद सिंह ने हुर्रियत कान्फ्रेंस के कट्टरपंथी और अलगाववादी नेताओं का परोक्ष जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान और उसकी जासूसी एजेंसी आईएसआई से धन पा रहे लोगों को दी गयी सुरक्षा की समीक्षा की जानी चाहिए।

सिंह ने यहां उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘सेना और सुरक्षा बलों के काफिले की आवाजाही के दौरान कुछ समय के लिए असैन्य यातायात प्रतिबंधित रहेगा। इससे असुविधा हो सकती है और इसके लिए मैं अफसोस जताता हूं लेकिन जवानों की सुरक्षा के लिए यह जरूरी है।’ गृह मंत्री पिछले तीन दशक में राज्य में सुरक्षा बलों पर हुए सबसे भयावह आतंकी हमले के बाद जम्मू कश्मीर के दौरे पर हैं।

उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में कुछ ऐसे तत्व हैं जो सीमापार से आतंक फैलाने वाले लोगों और आईएसआई से मिले हुए हैं। हम आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई जीतेंगे।’ सिंह ने कहा कि उन्होंने राज्य सरकार को सांप्रदायिक सौहार्द बनाये रखने का निर्देश दिया है।