नई दिल्ली: पटियाला हाउस कोर्ट के निर्देश के बाद रॉबर्ट वाड्रा प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पहुंचे। मनी लॉन्ड्रिंग केस में उनसे करीब 6 घंटे तक पूछताछ हुई। ईडी के अधिकारी उनसे गुरुवार को एक बार फिर पूछताछ करेंगे। बुधवार को हुई पूछताछ में उन्होंने बताया कि वो किसी संजय भंडारी को नहीं जानते हैं। जहां तक मनोज अरोड़ा का सवाल है तो वो उसे इस वजह से जानते हैं क्योंकि वो उनका कर्मचारी रह चुका है।

ईडी अधिकारियों की पूछताछ के बाद उनके वकील ने कहा कि रॉबर्ड वाड्रा एक बेहतर इंसान हैं और उन्होंने जांच में सहयोग दिया। वाड्रा के खिलाफ जो आरोप लगाए गए हैं वो राजनीति से प्रेरित है। वाड्रा के वकील सुमन ज्योति खेतान का कहना है कि वो कानून का सम्मान करने वाले शख्स है। उन्होंने ईडी को शपथ पत्र देकर कहा है कि जब भी जरूरत होगी वो प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर हाजिर होंगे।

प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पहले वाड्रा के वकील पहुंचे। रॉबर्ट वाड्रा के साथ प्रियंका गांधी भी पहुंची हालांकि वो ईडी दफ्तर के गेट के बाहर से ही निकल गईं। संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के आपराधिक आरोपों के सिलसिले में किसी जांच एजेंसी के समक्ष पहली बार पेश हुए ।
इससे पहले वो मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों से इंकार करते रहे हैं और कहा करते थे कि राजनीतिक बदले के लिए उनके खिलाफ यह कार्रवाई की जा रही है। दिल्ली की एक पटियाला हाउस कोर्ट ने उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसी से सहयोग करने को कहा था। वाड्रा ने मामले में अग्रिम जमानत के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था।