चंडीगढ़ : एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (एजेएल) को भूमि आवंटन एवं मानेसर जमीन घोटाला मामले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा और अन्य बुधवार को पंचकूला स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुए। कोर्ट मानेसर भूमि घोटाले की सुनवाई 20 फरवरी और एजेएल प्लाट आवंटन केस की सुनवाई पांच मार्च को करेगा।

बता दें कि गत 25 जनवरी को सीबीआई ने भूमि घोटाले की जांच के सिलसिले में दिल्ली एवं एनसीआर में हुड्डा की करीब 30 ठिकानों पर छापे मारे। इसके अलावा जांच एजेंसी ने भूमि आवंटन में कथित अनियमितताओं को लेकर हुड्डा के खिलाफ एक नया केस दर्ज किया। एजेएल को भूमि आवंटन के मामले में सीबीआई कोर्ट ने गत तीन जनवरी को हुड्डा और वोरा को जमानत दी।

सीबीआई ने पिछले साल भूमि अधिग्रहण घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा एवं 33 अन्य के खिलाफ पंचकूला कोर्ट में 80 हजार पन्नों का आरोपपत्र दायर किया। सीबीआई का आरोप है कि इस घोटाले से गुरुग्राम में किसानों को करीब 1500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
हरियाणा राज्य सतर्कता ब्यूरो ने मई 2016 में हुड्डा और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुड्डा) में काम कर रहे चार अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार और 2005 में एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड को जमीन को फिर से आवंटित करने के लिए प्राथमिकी दर्ज की थी। जब ये कथित भ्रष्टाचार हुआ तब सीएम हुड्डा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HUDA) के अध्यक्ष भी थे।

वहीं कांग्रेस नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि चुनाव को देखते हुए सरकार ऐसे कृत्यों में शामिल होती है। 5 साल खत्म होने वाले हैं, उनके पास सभी शक्तियां हैं, लेकिन क्या उनके पास कोई सबूत है? उनका एकमात्र उद्देश्य मतदान के दौरान सुविधा के अनुसार इस तरह के औजारों का उपयोग करना है।