नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को उन अटकलों पर रोक लगा दी, जिनमें उन्हें पीएम पद का दावेदार बताया जा रहा था। गडकरी ने शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा कि मैं प्रधानमंत्री पद का दावेदार नहीं हूं। इस दौरान उन्होंने एक भाषण में भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को सम्मान देने पर भी सफाई दी।

सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ‘‘मैं पीएम पद की रेस में नहीं हूं। मेरे बयानों का गलत मतलब निकाला जाता है। सरकार ने जो काम किए हैं, उनके बारे में बात होनी चाहिए।’’ गडकरी ने कहा कि मैं जहां हूं, वहीं खुश हूं। मुझे गंगा की सफाई की जिम्मेदारी मिली है। यह काम अभी पूरी तरह भले नहीं हुआ, लेकिन काम तो हुआ है। गंगा नदी पहले के मुकाबले स्वच्छ हुई है। हालांकि, अभी काफी काम होना बाकी है।

मैंने नहीं की माल्या की तारीफ : माल्या को सम्मान देने के सवाल पर गडकरी ने कहा, ‘‘मैंने विजय माल्या की तारीफ कभी नहीं की। मैं बैंकिंग सिस्टम और व्यवस्था के बारे में बात कर रहा था। मैं इस तरह की बातों से नाराज नहीं हूं, लेकिन मुझे चिंता है कि मीडिया में इस तरह का चलन गलत है।’’

लगातार उड़ रही थीं ये अफवाहें : बता दें कि काफी दिनों से नितिन गडकरी को पीएम पद का दावेदार बनाने की मांग हो रही थी। राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में बीजेपी की हार के बाद यह चर्चा काफी तेज हो गई थी। वहीं, बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भी गडकरी को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनाने की मांग की थी।