नई दिल्ली: आम चुनाव से पहले शुक्रवार को मोदी सरकार के अंतरिम बजट पर आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि किसानों को मात्र 500 रुपया प्रति माह देने की घोषणा कर मोदी सरकार ने किसानों का अपमान किया है | उन्होंने कहा देश की शहरी मध्यमवर्गीय आबादी का पेयजल का मासिक खर्चा ही औसतन 600 रुपया है | दो हेक्टेयर से कम जमीन पर खेती करने वाले किसानों को महीने का 500 रुपया देना, सरकार की गलत नीतियों के कारण बदहाल हुए किसानों की लाचारी का भद्दा मजाक है |

उन्होंने कहा कि भाजपा का ये अंतरिम बजट अंतिम बजट है इसके बाद जनता दुबारा बजट पेश करने का कभी मौका नहीं देगी | पिछले साढ़े चार साल अंबानी और अडानी के लिए काम करने वाली मोदी सरकार ने जनता का कोई ख्याल नहीं रखा | नोट्बंदी, जीएसटी जैसी अनेक गलत नीतियों की वजह से किसान, व्यापारी, नौजवान और आम आदमी बेहद दुखी और परेशान रहा है | 2019 के लोकसभा चुनाव में जनता मोदी के झूठ और जुमलेबाजी में फंसने वाली है |

प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा नौकरीपेशा व्यक्ति इस उम्मीद में था कि सभी टैक्स स्लैब में कटौती होगी, पर सिर्फ 2.5-5 लाख स्लैब में ही कटौती हुई है। हायर सैलेरी स्लैब में भी टैक्स छूट का एलान होना चाहिए था। दिल्ली जैसे बड़े शहरों में सालाना 5-10 लाख रुपये की सैलेरी कुछ बहुत बड़ी नहीं मानी जाती । भाजपा सरकार किसान, व्यापारी, नौजवान सहित कर्मचारी विरोधी भी है | कर्मचारियों को इस बजट से कोई ख़ास लाभ नहीं होगा | ये अंतरिम बजट, चुनावी बजट के सिवा कुछ नहीं है |