लखनऊ- ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय के कन्वोकेशन हाल में आज लायनस क्लब एंव आर एस वी आई के संयुक्त प्रयास से रक्तदान एवं निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया।जिसमें मुख्यतः नेत्र की जांच दंत की जांच मधूमेह की जांच हड्डी रोग की जांच इत्यादी की गयी। इस अवसर पर शिक्षक और विद्यार्थियों ने स्वास्थ्य की जांच करवाई और रक्तदान में विश्वविद्यालय के छात्रों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया।इस अवसर पर कुलानुशासक डा. नीरज शुक्ल और 47 छात्र और छात्राओं ने रक्तदान किया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी महेंद्र कुमार भट्ट ने सभी डाक्टर और शिविर के आयोजकों की तारीफ की और कहा कि इस तरह के शिविर नियमित तौर पर लगने चाहिये, साथ ही युवा पीढ़ी का प्रोत्साहन किया कि वे बराबर रक्तदान करते रहें।

इस अवसर पर शिविर संयोजक डा. मुशीर अह्मद सहा. आचार्य प्रबंधन विभाग ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. माहरुख मिर्जा और आये हुए महमानों को धन्यवाद किया, प्रो. अहमद ने इस अवसर पर रक्तदान पर प्रकाश डाला और बताया कि भारत में रक्तदान की अहमियत क्या है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में रक्तदान करने वालों की संख्या रक्त लेने के मुकाबले में कम है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के स्वास्थ्य शिविर जगह जगह लगने चाहिये ताकि लोग रक्तदान के प्रति जागरुक होसकें। उन्होंने इसके वैज्ञानिक गुणों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रक्तदान से इंसान कई प्रकार की बीमारी जैसे हार्टअटेक,कैंसर और पेट की बीमारी इत्यादी से बच सकता है साथ ही साथ यह भी बताया कि किन किन कारणों से इंसान को रक्त की जरूरत पड़ती है और कौन लोग रक्तदान करसकते हैं। उन्होंने कहा कि 17 से 66 साल तक के लोग रक्तदान कर सकते हैं। डा. अहमद ने लायन्स क्लब और आर. एस. वी. आई. के द्वारा चलाये जारहे प्रोग्रामों के बारे में बताया और उस की प्रशंसा की।

इस अवसर पर डा. राकेश जैन मुख्य सचिव आर. एस. वी. आई. ने उन के द्वारा चलाये जा रहे प्रोग्रामों पर प्रकाश डाला.उन्होंने बताया कि आर. एस. वी. आई. दृष्टी बाधित लोगों के लिये पाठ्य पुस्तकों को आडियो एवं इलेक्ट्रानिक संस्करण में बदल रही है।

मधूमेह ब्रांड एंबेसडर डा. नीता रस्तोगी ने मधूमेह पर प्रकाश डाला, उन्होंने कहा कि हमारे देश के लोग स्वास्थ पर धयान नहीं देते हैं जिस कारण मधूमेह जैसी भयानक बीमारी के चंगुल में फंस जाते हैं। उन्हों ने कहा कि पूरे विश्व में 71 मीलीयन लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं।

रक्तदान ब्रांड एंबेसडर विनीत श्रीवास्तव ने रक्तदान करने वाले बच्चों का मनोबल बढ़ाया और कहा कि नये भारत के निर्माण में सब सहयोग दें। उन्हों ने कहा कि हमारे देश को 12 मीलीयन यूनिट खून की जरूरत है जो 9 मीलीयन यूनिट तक ही पहुंच पाती है।

शिविर को कामयाब बनाने में डा. मोहम्मद शारिक सहायक आचार्य शारिरिक शिक्षा और डा. बुशरा एलविरा सहायक आचार्य शिक्षा और विश्वविद्यालय के विद्यार्थि शिवम सिंह पुंडीर, कुनाल वर्मा, आशुतोष त्रिपाठी, नवेद माजिद, शहनवाज इब्राहीम, मोहम्मद अब्दुल्लाह सिद्दीकी, रोशनी सिंहा, नेहा सिंह, निशा उस्मान, मो. सलमान और मो. नियामत हुसैन ने साथ दिया।