लखनऊ: लखनऊ के बस यात्रियों को अब बस स्टाॅप पर प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी क्योंकि अर्बन मास ट्रांज़िट कंपनी लिमिटेड, लखनऊ नगर निगम और लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज़ लिमिटेड ने आज एक ऐसा एॅप लांच किया है जो सिटी बसों की लोकेशन और टाइमिंग के अलावा ऐसी बहुत सी जानकारिया और सुविधाएँ प्रदान करेगा जिससे यात्रियों का बहुमूल्य समय और पैसा दोनों बचेगा| होटल ताज में लखनऊ के लिये "चलो एॅप" को आज शहर की महापौर संयुक्ता भाटिया ने आज लॉन्च किया।

चलो, एक निशुल्क मोबाइल एॅप है, जो दैनिक यात्रा की योजना बनाने में लोगों की सहायता करता है। इस एॅप से लाखों बस यात्रियों का प्रतिदिन 40 मिनट तक समय बचेगा और वह अपने गंतव्य के लिये सबसे सस्ते यात्रा विकल्प ढूंढकर पैसे भी बचा सकेंगे।

इस ऍप की मदद से अपनी बस के आगमन का समय पता लगाना, मैप पर अपनी बस की लाइव जीपीएस स्थिति को ट्रैक करना, सबसे सस्ते और सबसे तेज यात्रा विकल्प खोजना, जिसमें उनके गंतव्य के लिये बस के सारे मार्ग होंगे, एक मल्टी-मॉडल ट्रिप प्लानर की सहायता से डोर-टू-डोर ट्रिप की योजना, इमरजेंसी एसओएस के ज़रिए दोस्तों एवं परिवार के साथ लाइव ट्रिप शेयरिंग जैसी खूबियों के साथ सुरक्षापूर्वक यात्रा, सबसे नजदीकी बस स्टाॅप को लोकेट करना सभी कुछ शामिल है |

इस अवसर पर मेयर संयुक्ता भाटिया ने कहा, मेयर की ज़िम्मेदारी संभालने के बाद हमारा यह सपना और संकल्प है लखनऊ स्वच्छता के मामले में पहले नंबर का शहर बने और यह ऍप हमारे इस मिशन में प्रमुख भागीदारी निभाएगा क्योंकि इस योजना के तहत जिन इलेक्ट्रिक बसों का सञ्चालन होने जा रहा है उससे निश्चित ही प्रदूषण कम होगा | इस ऍप का उपयोग बढ़ने से पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपभोग भी बढ़ेगा जिसके कारण सड़कों पर अपेक्षाकृत ट्रैफिक में भी कमी आएगी और जब भीड़ कम होगी तो गंदगी में भी कमी आएगी | मेयर ने यात्रा के दौरान महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि से भी इस ऍप को लाभकारी बताया|

सिटी कमिश्नर डॉक्टर इंद्रमणि त्रिपाठी ने कहा, चलो एॅप को लॉन्च कर लखनऊ यूपी का पहला शहर बन गया है, जहां यात्रियों को परिवहन का स्मार्ट विकल्प दिया जा रहा है, जो दुनिया के प्रमुख शहरों के अनुसार है। चलो एॅप से न केवल बस यात्रियों का मूल्यवान समय बचेगा, बल्कि सार्वजनिक परिवहन के उपयोग से यातायात सघनता, कार्बन उत्सर्जन, बस अड्डों पर भीड़-भाड़ भी कम होगी, जो कि लखनऊ जैसे शहर के लिये बड़ी चुनौतियाँ हैं।

इस अवसर पर लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज़ लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर आरिफ़ सक़लैन ने बात करते हुए कहा कि इस अप्प की मदद से लोगों को अपना प्रोग्राम प्लान करने में आसानी होगी, उन्हें पता होगा कि उन्हें कौन सी बस किस समय किस किस स्टॉप पर मिलेगी| श्री सक़लैन ने बताया कि पुराने बेड़े की लगभग सभी बसें अपना लाइफ पीरियड पूरा कर चुकी है और अब फ़रवरी तक हमें 40 नई इलेक्ट्रिक बसें मिलने वाली हैं और जैसे ही यह बसें हमें मिलेंगी हम उनका ऑपरेशन फ़ौरन शुरू कर देंगे| उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में 580 बसों का प्रपोजल पेंडिंग है|

ग़ौरतलब है की इस एॅप को प्रौद्योगिकी-आधारित परिवहन समाधान कंपनी ज़ाॅपहॉप टेक्नोलॉजीज़ प्राइवेट लिमिटेड ने डेवलप किया है, यह एॅप खासतौर से उन यात्रियों के लिये बनाया गया है, जो बस, रेलगाड़ी और सार्वजनिक परिवहन के अन्य रूपों पर निर्भर रहते हैं। इससे यूज़र एक मैप पर अपनी बस की लाइव ट्रैकिंग कर सकते हैं, अपने बस स्टाॅप पर बस के आगमन का समय जान सकते हैं और एक मल्टी-मॉडल ट्रिप प्लानर की सहायता से डोर-टू-डोर यात्रा की योजना बना सकते हैं। चलो एॅप गूगल प्ले स्टोर पर निःशुल्क उपलब्ध है।