इस्लामाबाद: न्यायमूर्ति आसिफ सईद खोसा ने शुक्रवार को पाकिस्तान के 26वें प्रधान न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली। उनका शपथ ग्रहण समारोह बेहद सादे तरीके से यहां राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया गया जिसमें भारत समेत विदेशों के कई पदाधिकारी शामिल हुए। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने नये प्रधान न्यायाधीश को शपथ दिलाई। न्यायमूर्ति खोसा ने प्रधान न्यायाधीश साकिब निसार के सेवानिवृत्त होने के बाद यह पद संभाला है।

डॉन समाचारपत्र की खबर के मुताबिक प्रधानमंत्री इमरान खान, उच्च न्यायालयों के न्यायधीश, मंत्री, राजनयिक, असैन्य एवं सैन्य अधिकारी, वकील और भारत समेत अन्य देशों के मेहमान इस समारोह में मौजूद थे।

खबर में बताया गया कि भारत के उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश एवं राष्ट्रमंडल न्यायिक शिक्षा संस्थान की शासी समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति मदन भीमराव लोकूर और पूर्व न्यायाधीश एवं राष्ट्रमंडल न्यायिक शिक्षा संस्थान, कनाडा की शासी समिति की संस्थापक अध्यक्ष सैंड्रा ई ऑक्सनर इस समारोह में शामिल हुई।

तुर्की, दक्षिण अफ्रीका एवं नाइजीरिया के पांच वरिष्ठ न्यायाधीशों ने भी इस समारोह में हिस्सा लिया। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा गाजी खान में 1954 में जन्मे न्यायमूर्ति खोसा ने पंजाब विश्वविद्यालय और कैंब्रिज विश्वविद्यालय से पढ़ाई पूरी की।

वह उस तीन सदस्यीय पीठ का हिस्सा रहे हैं जिसने ईशनिंदा मामले में ईसाई महिला आसिया बीबी को बरी किया था। साथ ही वह पूर्व प्रधानमंत्रियों यूसुफ रजा गिलानी एवं नवाज शरीफ को अयोग्य ठहराने वाली पीठों का भी हिस्सा रह चुके हैं।