जयपुर: अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के वाइस चेयरमैन प्रो (डॉ) एम. पी. पूनिया ने भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न स्कूलों के प्राचार्यों और कर्मचारियों के साथ तीन घंटे से अधिक समय बिताया और एआईसीटीई की अनुमोदन प्रक्रिया से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।

बीएसडीयू भारत में एक अद्वितीय कौशल विकास विश्वविद्यालय है, जहां कौशल विकास के क्षेत्र में वैश्विक उत्कृष्टता पैदा करने के लिए भारतीय युवाओं की प्रतिभाओं के विकास के लिए अवसर, स्थान और गुंजाइश बनाई जाती है, ताकि उन्हें सर्वश्रेष्ठ कारखानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए विश्व स्तर पर उपयुक्त बनाया जा सके।

यह कौशल विकास और तकनीकी प्रशिक्षण में उनकी गहरी रुचि के कारण है जो बीएसडीयू के दृष्टिकोण और मिशन के अनुरूप है और इसी सिलसिले में प्रो (डॉ) एम.पी. पूनिया ने बीएसडीयू स्टाफ सदस्यों को बीएसडीयू में पढ़ाए जाने वाले विभिन्न पाठ्यक्रमों और कार्यक्रमों के लिए एआईसीटीई की मंजूरी प्राप्त करने की प्रक्रिया से अवगत कराया। उन्होंने एआईसीटीई द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं के लाभों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बी टेक के छात्रों की इंटर्नशिप के लिए एआईसीटीई पोर्टल पर बीएसडीयू को पंजीकृत करने और उद्यमिता कौशल के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी दी। डॉ पूनिया ने बीएसडीयू में चल रहे कौशल पाठ्यक्रमों के लिए एआईसीटीई के मान्यता प्राप्त संस्थानों से ट्रेनिंग आॅफ ट्रेनर्स (टीओटी) के आयोजन के बारे में भी विचार-विमर्श किया।

डॉ एम.पी. पूनिया स्वयं मैकेनिकल इंजीनियरिंग, अक्षय ऊर्जा और सतत विकास के क्षेत्र में विशेषज्ञ की हैसियत रखते हैं। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली से एम.टेक (थर्मल इंजीनियरिंग) और पीएच डी की उपाधि हासिल की हैं। उन्हें 30 वर्षों का व्यापक अनुभव है।

एआईसीटीई के वाइस चेयरमैन (डॉ) एम.पी. पूनिया ने बीएसडीयू में उपलब्ध कराए गए इन्फ्रास्ट्रक्चर, उपकरण और प्रशिक्षण की सराहना भी की। उन्होंने अपनी यात्रा के समापन पर कहा, ‘‘यह एक महान और अविस्मरणीय अनुभव रहा, और मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि भारत में बेहद अनुकूल माहौल वाला ऐसा इन्फ्रास्ट्रक्चर भी उपलब्ध है। गहरी समझ और मजबूत संबंधों वाले फेकल्टी मेंबर्स से मिलना भी यादगार रहा।