नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर का मुद्दा फिर से गरमा गया है। भारतीय जनता पार्टी (बीजोपी) के सांसद और वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अपनी पार्टी को चेताया है कि मंदिर नहीं बना तो बीजेपी के लिए जीत मुश्किल हो जाएगी। ऐसे में उन्होंने केंद्र सरकार को अयोध्या में मंदिर निर्माण शुरू कराने की मांग की। वहीं, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी इस मसले पर और गरीब सवर्ण को 10 फीसदी आरक्षण देने वाले सरकार के फैसले को लेकर केंद्र को आड़े हाथों लिया।

स्वामी ने कहा, “मैं पीएम मोदी से कहता हूं कि सुप्रीम कोर्ट में जमीन का मालिक कौन है? इस पर सुनवाई चल रही है। संविधान के मुताबिक, सरकार सबसे ऊपर है। वह अगर किसी की जमीन ले लेती है, तो उसे मुआवजा देना पड़ता है। मैं कहता हूं कि सरकार मुआवजा देने का फैसला ले और कोर्ट बताए कि वह 10 साल, 20 साल में फैसला करेगा। हमें कोई ऐतराज नहीं है। पर जमीन हमारी है, सरकार की है।”

बकौल बीजेपी सांसद, “आप जब फैसला करेंगे कि वह जमीन किसकी थी, तो उसको हम बाजार के दाम पर दे देंगे। राम मंदिर बन जाएगा, तो गठबंधन को पांच सीट भी नहीं मिलेगी। बीजेपी के खाते में 75 सीटें आएंगी। मंदिर न बनने पर पार्टी को बहुत नुकसान होगा। कार्यकर्ताओं का उत्साह घट जाएगा। लोग गालियां देंगे। मंदिर बनाए बगैर चुनाव में जाना आत्महत्या के समान है।”

उधर उद्धव बोले, “आखिर भगवान हनुमान की जाति पर चर्चा क्यों हुई? अगर किसी और धर्म की जातियों पर चर्चा हो, तो यह बड़ा मुद्दा बन जाएगा। लेकिन हनुमान जी की जाति पर चर्चा करना इन लोगों को ठीक लगता है। यह बेहद दुखद है।”

शिवसेना चीफ के मुताबिक, “राम मंदिर पर वे (बीजेपी) कहते हैं कि कांग्रेस बाधा बन रही है। कांग्रेस बीच में आई, इसलिए जनता ने उसे सजा दी। सत्ता से बेदखल कर आपको मौका दिया। लेकिन अभी तक राम मंदिर पर अभी तक कोई बड़ा कदम केंद्र की ओर से नहीं लिया गया है।”