लखनऊ। बैंक पेंशनरों और रिटायरीज के विभिन्न संगठनों द्वारा सी.बी.पी.आर.ओ. (कोर्डीनेशन आफ बैंक पेंशनर्स एवं रिटायरीज संगठन) एवं ए.आई.बी.आर.एफ. (ऑल इंडिया बैंक रिटायरीज फेडरेशन) के संयुक्त तत्वाधान में आज इलाहाबाद बैंक, हजरतगंज, पर एक दिवसीय धरने एवं प्रदर्शन का आयोजन किया गया। जिसमे प्रदेश के विभिन्न बैंको के 1200 से अधिक पेंशनरों और रिटायरीज ने भाग लिया। सेवानिवृत्ति बैंककर्मियों ने केन्द्र सरकार की हठधर्मिता के विरुद्ध जोरदार प्रदर्शन किया तथा सरकार से निम्न मांगो को तुरंत मानने की मांग की।

पेंशन अपडेशन (अन्य सरकारी विभागों एवं उपक्रमो में उपलब्ध), तीस प्रतिशत पारिवारिक पेंशन, 01.11.2002 से पूर्व रिटायर बैंककर्मियों को 100 प्रतिशत महगाईं भत्ते का विलय, भारतीय स्टेट बैंक कर्मियों को वेतन का 50 प्रतिशत पेंशन अन्य बैंको एवं सरकारी विभागों की भांति, बिना किसी अधिकतम सीमा के , 20 वर्ष की सेवा के उपरांत पेंशन का प्रावधान, पेंशनरों के संगठनों को आई.बी.ए. से वार्ता का अधिकार, , चिकित्सा बीमा प्रीमियम का भुगतान बैंक द्वारा, ग्रेच्युटी की रु0 20 लाख की सीमा का लाभ 01.01.2016 से अन्य सरकारी उपक्रमों की भांति बैंकसेवा से निवृत्त कर्मियों को भी देने का प्रावधान ।

धरने में मुख्य रूप से स्टेट बैंक पेंशनर्स एसोसिएशन के महासचिव का0 दिनेश चंद्रा, बैंक पेन्शनर्स एवं रिटायरीज आर्गानाइजेशन के प्रदेश महासचिव का0 अतुल स्वरूप, ए.आई.बी.आर.एफ के महासचिव का0 आर.एम.टंडन, आयबाॅक के प्रदेश अध्यक्ष का0 पवन कुमार एवं महासचिव का0 दिलीप चैहान, यू.एफ.बी.यू. के प्रदेश संयोजक का0 वाई.के.अरोड़ा, अनिल श्रीवास्तव, डी.जी.एस., एन.सी.बी.ई., आर.के.अग्रवाल, अध्यक्ष, ए.आई.बी.आर.एफ., दिलीप टण्डन, जी.सी. अग्रवाल, एल.के.पाण्डेय, ए.के.सिन्हा, ए.पी.सिंह, के.पी. गुप्ता, विनय श्रीवास्तव, आर.के.पांडे, यू.सी.अग्रवाल, एम.एल.वर्मा, दिलीप बाजपेई, धीरेंद्र कुमार, के.पी.गुप्ता, श्रीमती रूबी कंचन, सुशील कुमार, आर.के.धवन आदि ने भाग लिया तथा सभा को सम्बोधित कर इस आंदोलन को मांगे पूरी न होने तक जारी रखने का आह्वान किया।

प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुये सी.बी.पी.आर.ओ. के प्रदेश महासचिव काम0 अतुल स्वरूप ने कहा- ‘हमारे पेन्शन फंड का 3 हजार करोड़ सरकार के पास जमा है यदि उसका पूरा व्याज ही पेन्शनर्स एवं फेमिली पेन्शनर्स को दे दिया जाय तो हमारा जीवन सुधर जायेगा।‘ का0 दिनेश चन्द्रा ने कहा-‘केन्द्र सरकार द्वारा हमारी मांगे न मानने पर, हम आरपार की लड़ाई के लिये तैयार हैं।‘ ए.आई.बी.आर.एफ. के महामंत्री का0 आर.एम.टंडन ने बताया कि हम लगातार भारतीय बैंक संघ और केन्द्र सरकार से अपनी मांगो पर सकारात्मक दृष्टिकोण लेने का ध्यान दिलाते रहे हैं परन्तु केन्द्र सरकार ने इस दिशा में कोई भी गम्भीर प्रयास नहीं किया। आर.के.अग्रवाल, अध्यक्ष, ए.आई.बी.आर.एफ. ने कहा-‘हमारी न्यायोचित मांगो को न मानकर सरकार अपनी हठधर्मिता का परिचय दे रही है।‘

ए.आई.बी.ओ.सी. के प्रदेश सचिव काम0 दिलीप चौहान ने सभा को सम्बोधित करते हुये कहा-‘आज एक संदेशवाहक रिटायर होता है उसकी पेन्शन वर्ष 1985 से 2002 तक के रिटायर हुये अधिकारी से अधिक होती है। मोदी जैसे प्रधानमंत्री के होते हुये ये कैसी पारदर्शी व्यवस्था है।‘ एन.सी.बी.ई. के सचिव काम0 के.के. सिंह ने बैंक पेंशनरों व रिटायरीज को पूर्ण समर्थन एवं सहयोग देने का आश्वासन दिया। अंत में यू.एफ.बी.यू. के प्रदेश संयोजक का0 वाई0के0 अरोरा ने प्रदेश के हर कोने से आये बैंक पेंशनरों एवं सेवानृवत्ति बैंककर्मियों को बड़ी संख्या में भाग लेने पर धन्यवाद व्यक्त करते हुये कहा कि मांगे न मानने पर हम चक्का भी जाम कर सकते है, अतः सरकार हमारे हित में तुरन्त व उचित निर्णय करे।