1500 करोड़ रुपए से ज्यादा धोखाधड़ी की भेंट चढ़े
नई दिल्ली : नीरव मोदी और मेहुल चौकसी द्वारा हजारों करोड़ रुपए का चूना लगाने के बावजूद पंजाब नेशनल बैंक नहीं चेता. PNB में फ्रॉड का नया मामला सामने आया है. वर्तमान वित्तीय वर्ष यानी 2018-19 की पहली छमाही में ही पीएनबी के 1500 करोड़ रुपए से ज्यादा धोखाधड़ी की भेंट चढ़ गए. यह खुलासा एक आरटीआई से हुआ है. पीएनबी ने एक RTI के जवाब में बताया है कि अप्रैल 2018 से लेकर सितंबर 2018 तक बैंक में फ्रॉड की 115 घटनाएं सामने आईं और इन घटनाओं में बैंक के 1523.03 करोड़ रुपये डूब गए. मध्यप्रदेश के आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने पंजाब नेशनल बैंक से पूछा था कि अप्रैल 2018 से सितंबर 2018 तक उसके यहां धोखाधड़ी के कितने मामले सामने आए और इन मामलों में बैंक का कितना पैसा डूबा.
इस आरटीआई के जवाब में पीएनबी ने बताया है कि वित्तीय वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में बैंक में धोखाधड़ी के 58 मामले सामने आए और 32795.83 लाख रुपये इसकी भेंट चढ़ गए. वहीं, दूसरी तिमाही में 57 मामले सामने आए, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इस क्वार्टर में फ्रॉड की भेंट चढ़ने वाला पैसा तीन गुना बढ़ गया. जुलाई 2018 से सितंबर 2018 (दूसरी तिमाही) में बैंक को कुल 119507.84 करोड़ रुपयों का चूना लगा.
पीएनबी के सैकड़ों करोड़ रुपये तो धोखाधड़ी की भेंट चढ़े ही, ग्राहकों को भी जबरदस्त चूना लगा. बैंक के मुताबिक वर्तमान वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी की कुल 62 घटनाएं सामने आईं और इन घटनाओं में ग्राहकों 4.45 करोड़ रुपये का चूना लगा. आपको बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहक अक्सर एटीएम में धोखाधड़ी की शिकायत करते रहे हैं. इसके बावजूद पीएनबी ने एटीएम में सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया. आरटीआई में बैंक ने स्वीकार किया है कि वह अपने बैंक के एटीएम में सुरक्षा के लिए किसी भी तरह के गार्ड आदि की तैनाती नहीं करता है.
एक के बाद एक घोटालों की वजह से पीएनबी की कमर टूट गई है, इसके बावजूद बैंक चेतने का नाम नहीं ले रहा है. घोटालों के चलते ही वर्तमान वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को 940 करोड़ रुपये का घाटा हुआ. जबकि पिछले वित्त वर्ष (2017-18) के अप्रैल-जून की अवधि में बैंक को 343.40 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था.
देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक पीएनबी में जब 11 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला सामने आया तो सभी चौंक गए. पीएनबी ने डायमंड कारोबारी नीरव मोदी, उसकी पत्नी ऐमी, नीरव मोदी के भाई निशाल, और नीरव के रिश्तेदार मेहुल चोकसी व अपने ही बैंक के कुछ अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. PNB की तरफ से कहा गया कि नीरव मोदी और अन्य ने जाली लेटर ऑफ़ अंडरटेकिंग के जरिये बैंक को 11,334 करोड़ रुपये का चूना लगा दिया. नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के देश छोड़ने के बाद इस मसले पर जमकर हो-हल्ला मचा. बैंक फ्रॉड पर सवाल खड़े किये गए, इसके बावजूद पीएनबी में एक के बाद एक धोखाधड़ी के मामले सामने आते रहे.
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