नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे चुके वरिष्ठ अधिवक्ता एचएस फुल्का ने शुक्रवार को पार्टी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 2012 में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को राजनीतिक दल में बदलना गलत था. उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार किया है.

संवाददाताओं से बात करते हुए फुल्का ने कहा कि 2012 में अन्ना हजारे द्वारा शुरू आंदोलन की तरह मुहिम छेड़ने की जरूरत है. आप पार्टी छोड़ चुके कई लोगों तथा वकीलों, डॉक्टरों सहित अन्य को एकजुट होकर राजनीतिक दलों के समानांतर एक संगठन बनाना चाहिए. फुल्का ने कहा है कि भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को 2012 में राजनीतिक दल में बदलने का फैसला गलत था.

फुल्का ने कहा कि वे लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. हालांकि सज्जन कुमार की दोषसिद्धि के बाद पंजाब के लोगों ने कहा है कि वे किसी भी सीट पर चुनाव जीत सकते हैं. गौरतलब है कि फुल्का 1984 के सिख विरोधी दंगा पीड़ितों की कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे.

दंगा मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को पिछले महीने कोर्ट ने दोषी करार दिया गया था. आप के पूर्व नेता ने कहा कि कांग्रेस नेता कमलनाथ और जगदीश टाइटलर को न्याय के कटघरे तक नहीं लाया जा सका है. यह लड़ाई साझा मंच के जरिए लड़ी जाएगी.

फुल्का ने कहा कि विधायक के तौर पर उनके इस्तीफे को पंजाब विधानसभा के स्पीकर ने स्वीकार नहीं किया है. उन्होंने कहा कि वे अन्ना हजारे जैसा आंदोलन छेड़ना चाहते हैं. साथ ही उनका मानना है कि आप छोड़ चुके और वकील, डॉक्टर सहित अन्य लोगों को एकजुट कर राजनीतिक दलों के समानांतर एक संगठन बनाना चाहिए.