नई दिल्ली: बाबरी मस्जिद/राम जन्मभूमि विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई को टाल दिया है। इस संवेदनशील केस की अगली सुनवाई 10 जनवरी को होगी। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायाधीश संजय किशन कौल की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि अगली सुनवाई नई बेंच 10 जनवरी को करेगी। आगे अयोध्या मामले की सुनवाई करने वाली बेंच के बारे में जानकारी 6 या 7 जनवरी को मिल सकती है। यह बेंच तीन सदस्यीय होगी।

4 जनवरी शुक्रवार को हुई सुनवाई महज 60 सेकेंड ही चली। पक्षों की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे और राजीव धवन को अपनी बात रखने का कोई मौका नहीं मिला। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर विवाद पर अध्यादेश लाने के बारे में हाल ही में कहा था कि न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही ऐसे किसी निर्णय का सवाल उठने की संभावना है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दिए जाने के बाद यह सुनवाई हो रही है।

सुप्रीम कोर्ट ने उस याचिका को भी खारिज कर दिया जिसमें कोर्ट से अयोध्या मामले को प्राथमिकता पर नहीं रखने का कारण पूछा गया था। बता दें कि साल 2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले पर फैसला दिया था और 2.77 एकड़ की जमीन को तीन पार्टियों राम लला, निर्मोही अखाड़ा और सुन्नी वक्फ बोर्ड में बांट दिया था। इस मामले के हल के लिए तीन पहलुओं पर चर्चा होती रही है। पहला रास्ता है न्यायालय का फैसला, दूसरा दोनों पक्षों के बीच आपसी सहमति और तीसरा सरकार की ओर से इस मामले में कानून लाया जाए।