सिडनी: चेतेश्वर पुजारा की शानदार शतकीय पारी के दम पर भारत का सिडनी टेस्ट के पहले दिन दबदबा रहा। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का डटकर सामना किया और स्टंप्स तक 4 विकेट गंवाकर 303 रन बनाए। पुजारा 130 और हनुमा विहारी 39 रन बनाकर नाबाद रहे। भारत की शुरुआत निराशाजनक रही। मेहमान टीम को पहला झटका लोकेश राहुल (9) के तौर पर लगा। इसके बाद मंयक अग्रवाल (77) और पुजारा ने दूसरे विकेट के लिए 116 रनों की साझेदारी कर टीम को लड़खड़ाने से बचाया। पहले सत्र में टिककर बल्लेबाजी करने वाले मयंक दूसरे सत्र में 126 के स्कोर पर अपने विकेट गंवा बैठे। उन्होंने 112 गेंदों की पारी में 7 चौके और 2 छक्के लगाए।

तीसरे सत्र में भारत के दो विकेट गिरे। मयंक के आउट होने के बाद पुजारा ने विराट कोहली (23) के साथ मिलकर टीम को 150 रन के पार पहुंचाया। कोहली का विकेट 180 के स्कोर पर गिरा। भारत की ओर से चौथे आउट होने वाले बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे (18) रहे। वह 228 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौटे। इसके बाद पुजारा ने हनुमा के साथ मोर्चा संभाला और टीम को कोई झटका नहीं लगने दिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए जोश हेजलवुड ने अच्छी गेंदबाजी की। उन्होंने दो विकेट चटकाए। हेजलवुड के अलावा मिशेल स्टार्क और नाथन ल्योन को 1-1 विकेट मिला। टीम इंडिया इस टेस्ट में 2-1 की बढ़त लेकर उतरी है और अगर वो सिडनी फतह करने में सफल रही तो टेस्ट इतिहास में वो ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर सबसे लंबे प्रारूप की सीरीज जीतने वाली पहली भारतीय टीम बन जाएगी।

तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए चेतेश्वर पुजारा ने शानदार शतक जड़ा। उन्होंने 199 गेंदों में अपने 100 रन पूरे किए। इस दौरान उन्होंने 13 चौके जड़े। यह उनके टेस्ट क्रिकेट करियर का 18वां शतक है। टीम इंडिया की नई दीवार माने जाने वाले टेस्ट स्पेशलिस्ट चेतेश्वर पुजारा ने एक बार फिर टिककर बल्लेबाजी की। उन्होंने 134 गेंदों में 50 रन बनाने के बाद अगले 50 रन तेजी से जोड़े। फॉर्म में चल रहे पुजारा का यह इस सीरीज में तीसरा शतक हैं। उन्होंने एडिलेड में 123 और मेलबर्न में 106 रन बनाए थे। हालांकि, पुजारा पर्थ टेस्ट में कोई खासन प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। उन्होंने पहली और दूसरी पारी में क्रमश: 24 और 4 रन बनाए।

भारत को चौथा झटका अजिंक्य रहाणे के तौर पर लगा। उन्होंने महज 18 बनाकर सस्ते में अपना विकेट गंवा दिया। 55 गेंदों की पारी में रहाणे ने 1 चौका लगाया। पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए रहाणे से टीम को बड़ी पारी की उम्मीद थी। लेकिन वह टिककर रन नहीं बना सके। उन्हें 71वें ओवर की दूसरी गेंद पर मिशेल स्टार्क ने आउट किया। वह स्टार्क की बाउंसर पर पूरी तरह चूक गए और विकेटकीपर टिम पेन के हाथों लपके गए। रहाणे ने सीरीज के पिछले तीन मैचों में अहम मौके पर अपनी भूमिका बखूबी निभाई है। वह अब तक दो अर्धशतक जड़ने के अलावा 30 और 34 रन की पारी खेल चुके हैं।

भारत का तीसरा विकेट कप्तान विराट कोहली के रूप में 180 के स्कोर पर गिरा। मंयक अग्रवाल के आउट होने के बाद बल्लेबाजी के लिए कोहली जल्द पवेलियन लौट गए। उन्होंने 59 गेंदों में 23 रन बनाए। उन्होंने अपनी छोटी सी पारी में चार शानदार चौके लगाए। कोहली को लंच के फौरन बाद डाले गए 53वें ओवर में जोश हेजलवुड ने पवेलियन की राह दिखाई। वह हेजलुवड की लगे साइड गेंद पर पूरी तरह चूक गए। जिसके बाद गेंद उनके ग्लव्स से लगकार विकेटकीपर टीम पेन के हाथों में चली गई। कोहली ने मौजूदा सीरीज में दो बेहतरीन पारियां खेली हैं। दूसरे टेस्ट में जहां उन्होंने 123 रन की पारी खेल वहीं तीसरे मैच में उन्होंने 82 रन बनाए।

खराब शुरुआत के बाद भारतीय टीम टी ब्रेक तक मजबूत स्थित में पहुंच गई। दूसरे सत्र की समाप्ति तक भारत ने दो विकेट गंवाकर 177 रन स्कोर खड़ा कर लिया। पहले सत्र में भारत ने एक विकेट के नुकसान पर 69 रन बनाए थे। इसके बाद, दूसरे सत्र में मयंक अग्रवाल और चेतेश्वार पुजारा ने दूसरे विकेट के लिए 116 रनों की साझेदारी कर टीम को 126 के स्कोर तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर मयंक 77 रन की पारी खेलकर अपना विकेट गंवा बैठे। मयंक के आउट होने के बाद पुजारा ने विराट कोहली के साथ टी ब्रेक तक 51 रनों की साझेदारी कर कोई और विकेट नहीं गिरने दिया।

भारत को दूसरा झटका सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के रूप में 126 के स्कोर पर लगा। टिककर बल्लेबाजी कर रहे मयंक 77 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्होंने 112 गेंदों की अपनी पारी में 7 चौके और 2 छक्के लगाए। उन्हें 37वें ओवर की आखिरी गेंद पर नाथन ल्योन ने अपना शिकार बनाया। वह ल्योन की गेंद पर बड़ा शॉट मारने की फिराक में लॉन्ग ऑन पर मिशेल स्टॉर्क के हाथों लपके गए। शुरू में धीमे बल्लेबाजी करने वाले मयंक ने अर्धशतक पूरा होने के बाद तेजी से रन जुटाने की कोशिश की। उन्होंने कई अच्छे शॉट लगाए मगर वह शतक बनाने में नाकाम रहे। उन्होंने 96 गेंदों में अपने टेस्ट क्रिकेट करियर का दूसरा अर्धशतक जमाया। उन्होंने दूसरे विकेट के लिए चेतेश्वर पुजारा के साथ 116 रनों की अहम साझेदारी की। मयंक ने लगातार दूसरे मैच में अर्धशतकीय पारी खेली है। इससे पहले उन्होंने मेलबर्न में डेब्यू टेस्ट में क्रमश: 76 और 42 रन की पारी खेली थी।

लंच ब्रेक तक भारतीय टीम का पलड़ा भारी रहा। भारत ने पहला सत्र खत्म होने तक एक विकेट के नुकसान पर 69 रन बनाए। भारतीय टीम को एकमात्र झटका दूसरे ओवर में लगा जब जोश हेजलवुड ने लोकेश राहुल (9) को पवेलियन का रास्ता दिखाया। लोकेश राहुल दूसरे ओवर की तीसरी गेंद पर शॉन मार्श के हाथों लपके गए। इसके बाद मयंक अग्रवाल ने तेश्वर पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए बिना कोई और नुकसान किए 59 रनों की साझेदारी की। पहले सत्र की समाप्ति तक मयंक 42 और पुजारा 16 रन बनाकर नाबाद थे।

निराशाजनक आगाज के बाद भारत ने संभलकर बल्लेबाजी की। लोकेश राहुल के जल्द पवेलियन लौटने के बाद मंयक अग्रवाल और चेतेश्वर पुजारा ने मोर्चा संभाला। दोनों ने बिना हड़बड़ी दिखाए रन जुटाए और टीम को 14वें ओवर में 50 रन के पार ले गए। भारत ने 84 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किए। इस पचासे में मंयक ने 28 और पुजारा ने 12 रनों का योगदान दिया। दौरान टीम को 2 अतिरिक्त रन भी मिले। ड्रिंक्स तक भारत का स्कोर 12 ओवर में 46 रन था।

भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और उसका पहला विकेट 10 के स्कोर पर गिर गया। सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल का बल्ला एक बार फिर खामोश रहा। वह 6 गेंदों में 2 चौकों की मदद से महज 9 रन ही बना सके। उन्हें दूसरे ओवर की तीसरी गेंद पर जोश हेजलवुड ने पवेलियन की राह दिखाई। वह हेजलवुड की गेंद को क्रीज पर पड़ने के बाद समझ नहीं पाए और आउट हो गए। राहुल रक्षात्मक शॉट खेलना चाहते थे लेकिन गेंद बल्ले का बाहरी किनारा लेकर पहली स्लिप में खड़े शॉन मार्श के हाथों में चली गई।

राहुल बेहद खराब फार्म से जूझ रहे हैं। इससे पहले वह मौजूदा सीरीज की चार पारियों में केवल 48 रन ही बना पाए हैं जिसमें एडीलेड टेस्ट की दूसरी पारी में बनाए 44 रन भी शामिल हैं। इस सीरीज में उन्हें हेजलवुड ने सबसे ज्यादा परेशान किया है। राहुल को अब तक इस सीरीज की पांच पारियों में हेजलवुड ने चार मर्तबा अपना शिकार बनाया है। राहुल को खराब बल्लेबाजी की वजह से मेलबर्न टेस्ट में अंतिम एकादश से बाहर कर दिया गया था।