आम के पत्ते विटामिन सी, बी और ए से भरे होते हैं। आम पत्‍तों में बहुत अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। भले ही डायबिटीज़ पेशेंट्स के लिए आम खाना सही नहीं होता लेकिन उसके पत्ते बहुत काम के हैं। आम के पत्‍ते में कई ऐसे तत्त्व होते हैं जो केवल डायबिटीज पेशंट्स के लिए ही नहीं कई अन्य बिमारियों में भी बहुत काम आता है। आम के पत्‍तों में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं क्योंकि उनके पास फ्लैवोनोइड्स और फिनोल की उच्च मात्रा होती है।

आम के पत्तों को किसी भी रूप में लिया जा सकता है। चाहें तो पत्तियों को सुखा कर पावडर बना लें या उसे उबाल कर पियें। इन पत्तों को चाय की तरह भी पिया जा सकता है। इसके पत्ते सांस से जुडी बिमारियों में भी बहुत सहायक हैं। तो आइये जानते हैं की आम के ये पत्ते और किन बिमारियों में रामबाण की तरह काम करता है।

ब्‍लड शुगर होगा नियंत्रित

मधुमेह के इलाज के लिए आम के पत्‍ते बहुत उपयोगी होते हैं। इसमें एंथोसाइनिडिन नामक टैनिन होते हैं, जो प्रारंभिक मधुमेह के इलाज में मदद करते हैं। यह मधुमेह एंजियोपैथी और मधुमेह रेटिनोपैथी के इलाज में भी मदद करता है। इस उद्देश्य के लिए आम के पत्‍तों की चाय बनाई जाती है, जिसके सेवन से आप शुगर से छुटाकारा पा सकते हैं।

आप इसका सेवन करके आसानी से मधुमेह टाइप 2 की बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं। आम के पत्‍तों का अर्क मधुमेह की बीमारी का इलाज करने में काफी सहायक होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि आम के पत्‍ते शुगर को कम करने में मदद करते हैं। इसे उबालकर आप खाली पेट सेवन करने से काफी फायदा होता है। चाय बनाने के लिए आम के 4 पत्‍तों को एक छोटे बर्तन में उबाल लें। जब यह उबल जाए तो आप पत्तों को पानी में से अलग कर लें। रात भर के लिए इस पानी को छोड़ दें। सुबह उठकर इस पानी का सेवन कर लें।

ये पत्ते रक्तचाप को कम करने में मदद करते हैं क्योंकि इनमें रक्तचाप को कम करने वाले गुण होते हैं। वे रक्त वाहिकाओं को मजबूत करने और वैरिकाज़ नसों की समस्या का इलाज करने में सहायता करते हैं।

चिंता के कारण बेचैनी से पीड़ित लोगों के लिए, आम के पत्ते एक अच्छा घरेलू उपाय प्रदान करते हैं। नहाने के पानी में दो से तीन गिलास आम के पत्तों से बनी चाय डालें। इससे सुस्ती का इलाज होता है और शरीर ताज़ा महसूस करता है।

आम के पत्ते सभी प्रकार की श्वसन समस्याओं के लिए अच्छे होते हैं। यह विशेष रूप से सर्दी, ब्रोंकाइटिस और अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए उपयोगी है। थोड़ा शहद के साथ पानी में आम के पत्तों को उबालकर काढ़ा तैयार करें। यह काढ़ा पीने से खाँसी को प्रभावी ढंग से ठीक करने में मदद मिलती है। यह आवाज हानि (गला बैठने पर) का इलाज करने में भी मदद करता है।