नई दिल्ली: अगस्ता वेस्टलैंड मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली की एक अदालत के समक्ष दावा किया कि बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल ने मिसेज गांधी, इटालिन लेडी के बेटे और भारत के होने वाले अगले प्रधानमंत्री का नाम लिया है। हालांकि, ईडी ने यह भी कहा कि मिसेज गांधी का नाम किस संदर्भ में लिया गया, यह बता पाना अभी मुश्किल है। इसके बाद ईडी द्वारा इस मामले में शामिल अन्य लोगों के नाम के खुलासे के लिए मिशेल को कस्टडी में लेने की इजाजत के लिए अपील की गई। कोर्ट ने ईडी तथा मिशेल के वकील दोनों की दलीलें सुनने के बाद क्रिश्चियन को सात दिनों के रिमांड में भेजने का आदेश दिया। वहीं, इस पूरे मामले पर कांग्रेस ने कहा कि मिशेल पर एक परिवार का नाम लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।

दिल्ली के पटियायाला हाऊस कोर्ट में ईडी कहा, “बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल ने मिसेज गांधी का नाम लिया है। हालांकि, यह नाम किस संदर्भ में लिया गया इसके बारे में अभी नहीं कहा जा सकता है। क्रिश्चियन मिशेल ने यह भी बताया कि कैसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को सौदे से हटा दिया गया और इसकी जगह टाटा को लाया गया। मिशेल ने ‘इटालियन लेडी के बेटे’ और देश के अगले प्रधानमंत्री बनने वाले का जिक्र किया।” इसके साथ ही ईडी ने मिशेल के वकील पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की और कहा कि उसे बाहर से सिखाया जा रहा है।

ईडी की दलील पर मिशेल के वकील अलीजो के जोसेफ ने कोर्ट को कहा, “हमने ऐसा नहीं चाहा कि वह (क्रिश्चियन मिशेल) हमें पेपर सौंप दे, लेकिन यह ईडी की गलती है कि उसने ऐसा होने दिया। मिशेल क्रिश्चियन को कुछ बातों की जानकारी चाहिए थी। उन्होंने हमें कुछ देने की कोशिश की, हमने यह नहीं देखा कि वह क्या था। उस समय यह तत्काल बताया गया कि वे हमें एक पेपर दे रहे थे और पेपर दूर जा गिरा।”

ईडी ने अदालत में कहा, “हम उस ‘बडे़ आदमी’ जिसे ‘आर’ बताया गया है, जो क्रिश्चियन मिशेल तथा अन्य लोगों के बीच हुई बातचीत में शामिल है, की पहचान करना चाहते हैं। उस ‘बड़े आदमी’ के बारे में जानने के लिए हमें मिशेल को 8 दिनों की कस्टडी चाहिए।” कोर्ट ने तमाम दलीलें सुनने के बाद मिशेल को 7 दिनों के लिए ईडी की रिमांड में भेजने का आदेश दिया। साथ ही अदालत ने मिशेल के वकील को मुलाकात के दौरान एक दूरी बनाए रखने को कहा है।

वहीं, इस पूरे मामले पर कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह ने कहा, “मिशेल पर एक परिवार विशेष के लोगों का नाम लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। चौकीदार सरकारी एजेंसिंयों पर एक परिवार का नाम लेने के लिए दबाव बनाने की कोशिश क्यों कर रहा है? भाजपा के स्क्रिप्ट राइटर लंबे वक्त से इसपर काम कर रहे हैं।”