नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एकबार फिर ऐसा बयान दिया है जो पार्टी आलाकमान को अखर सकता है। नितिन गडकरी ने कहा है कि अगर सांसद और विधायक खराब प्रदर्शन करते हैं तो इसके लिए पार्टी अध्यक्ष जिम्मेदार होता है। खबर के मुताबिक दिल्ली में आईबी एंडोवमेंट लेक्चर में बोलते हुए गडकरी ने कहा, ”अगर मैं पार्टी अध्यक्ष हूं और मेरे सांसद और विधायक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं तो कौन जिम्मेदार होगा? मैं होऊंगा।” गडकरी का यह बयान तब आया है जब इसके दो दिन पहले ही उन्होंने कहा था, ‘‘सफलता के कई दावेदार होते हैं लेकिन विफलता में कोई साथ नहीं होता। सफलता का श्रेय लेने के लिये लोगों में होड़ रहती है लेकिन विफलता को कोई स्वीकार नहीं करना चाहता, सब दूसरे की तरफ उंगली दिखाने लगते हैं।’’ उनका यह बयान मोदी-शाह जोड़ी की नेतृत्व क्षमता पर सीधे हमले के तौर पर देखा गया था क्योंकि हाल में हुए राज्य विधानसभा चुनावों में भाजपा को तीन बड़े हिंदी भाषी राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी।

गडकरी ने एक और बयान दिया था जो पीएम मोदी की ओर इशारा करता है। बीते 21 दिसंबर को उन्होंने कहा था, ”सपने देखना लोगों को अच्‍छा लगता है पर दिखाए हुए सपने जब पूरे नहीं होते हैं तो उन नेताओं की लोग पिटाई भी करते हैं।” मजे की बात यह है कि गडकरी ने बीते दिनों अपने बयानों को लेकर एक ट्वीट कर सफाई भी दी थी जिसमें उन्होंने लिखा था, ”पिछले कुछ दिनों से मैं कुछ विपक्षी दलों और मीडिया के एक वर्ग के द्वारा अपने खिलाफ एक मनहूस अभियान देख रहा हूं जो मेरे बयानों को राजनीतिक रूप से प्रेरित होकर तोड़-मरोड़कर मुझे और मेरी पार्टी को बदनाम करने के लिए संदर्भ से बाहर प्रयोग कर रहे हैं।”

आईबी अधिकारियों को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि रोजमर्रा के कामकाज और मानवीय व्यवहार के लिए विनम्र रहना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ”आप केवल इसलिए चुनाव नहीं जीत सकते हैं क्योंकि आप अच्छा बोलते हैं। आप एक विद्वान हो सकते हैं लेकिन लेकिन हो सकता है कि लोग आपको वोट न दें।” उन्होंने आगे कहा, ”कोई यह सोचता हैं वह जानता है कि यह सब गलत है। आत्मविश्वास और अहम में अंतर होता है। आप आत्मविश्वास से भरे हो सकते हैं लेकिन अपने अहम को दूर रखिए।”