इवेंट में पूछे जाने वाले सवालों की होगी पहले से स्क्रीनिंग

नई दिल्ली: लाइव इवेंट के दौरान बीजेपी के कार्यकर्ता द्वारा पूछे गए एक सवाल पर पीएम मोदी की हुई किरकिरी से पार्टी सावधान हो गई है। अब लाइव इवेंट में प्रश्नों पूछने वालों की खास पड़ताल की जा रही है। प्रश्न पूछने वाले कार्यकर्ताओं का वीडियो जांच के लिए पहले ही मंगाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक रविवार को ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ कार्यक्रम में इस बात का बाखूबी ख्याल रखा गया। दरअसल, पिछले दिनों में तमिलनाडु और पडुचेरी के कार्यकर्ताओं से पीएम लाइव संवाद कर रहे थे। इस दौरान एक कार्यकर्ता ने उनकी सरकार पर टैक्स का बोझ लादने की शिकायत कर दी। इस घटना की हर तरफ खूब चर्चा रही।

सूत्रों के हवाले से बताया कि प्रधानमंत्री से सवाल पूछने वाले कार्यकर्ताओं को अपना वीडियो मोबाइल से शूट करके 48 घंटे पहले ही भेजने पड़ रहे हैं। इसके लिए सभी कार्यकर्ताओं सूचित किया जा चुका है। लाइव संवाद के दौरान सवाल पूछने वालों का कई बार परीक्षण किया जा रहा है। बीजेपी से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि पार्टी नहीं चाहती कि जो कुछ पुडुचेरी में हुआ वह दोबारा हो। नरेंद्र मोदी ऐप (नमो ऐप) पर कार्यकर्ता खुद सवाल शूट करके भेज रहे हैं, बाद में इनमें से चुनिंदा सवालों का चयन किया जा रहा है।

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते बुधवार को पीएम मोदी ‘नमो ऐप’ के जरिए कार्यकर्ताओं से लाइव बातचीत कर रहे थे। मोदी कार्यकर्ताओं से केंद्र सरकार के कार्यकाल में हुए विकास का आंकड़े पेश कर रहे थे। इसी दौरान पुडुचेरी से निर्मल कुमार जैन ने उनसे सवाल किए। निर्मल ने शिकायत कर डाली कि आपकी सरकार हर तरीके से टैक्स की वसूली करने में लगी है। जैन ने कहा कि मीडिल क्लास आईटी सेक्टर, लोन मिलने की प्रक्रिया, बैंक लेनदेन फीस और पेनल्टी में राहत की उम्मीद कर रहा था। लेकिन, ऐसा नहीं हो पाया। जैन ने पीएम मोदी से कहा, “मेरी आपसे अपील है कि आपकी पार्टी की जड़ मिडिल क्लास में है, इसका आप उसी तरह से ख्याल रखें जिस तरह से उनसे आप टैक्स लेते हैं।’

इसके बाद जवाब में पीएम मोदी ने जैन को शुक्रिया कहा और बताया कि चूंकि वे एक कारोबारी हैं। इसलिए कारोबारी की बात की है। उन्होंने इस पक्ष पर ध्यान देने का आश्वासन दिया। लेकिन, पुडुचेरी के कार्यकर्ता के इस सवाल के बाद बीजेपी और प्रधानमंत्री की खूब किरकिरी हुई।