गाजीपुर: कौशल विकास मेले का आगाज करने शनिवार को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विरोध का सामना करना पड़ा। सहजानंद कालेज में आयोजित मेले में शामिल अभ्यर्थियों में से कुछ ने रूमाल में बांधकर मंच की ओर कई पत्थर फेंके। सीएम की मौजूदगी में वहां जमकर हंगामा काटा और नारेबाजी के साथ कमेंट भी किये। इन लोगों ने कंपनीकर्मियों से अभद्रता के बाद काउंटरों पर तोड़फोड़ भी की। हजारों की भीड़ के आगे पुलिस बेबस नजर आई। गाजीपुर के सहजानंद डिग्री कालेज में शनिवार को कौशल विकास मंत्रालय की ओर से रोजगार मेले का आयोजन किया गया था। इसमें देश की कई नामी कंपनियां 5000 युवाओं को रोजगार देने के लिए जुटीं थीं। मेले में हिस्सा लेने के लिए काफी संख्या में युवा उमड़े थे। केंद्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेले का शुभारंभ करने पहुंचे। मंच पर दीप प्रज्ज्वलन के बाद सीएम ने मेला आयोजन का उद्देश्य बताया और सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी।

सीएम ने कहा कि युवाओं को शिक्षा और रोजगार देने के लिए सरकार पूरी तरह से तत्पर है। केंद्र से लेकर प्रदेश सरकार इस पर पूरा फोकस कर रही है। इसके बाद जब रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने माइक संभाला तो अभ्यर्थियों ने हूटिंग शुरू कर दी। भीड़ में शामिल तत्वों ने रूमाल और गमछे में पत्थर बांधकर मंच की ओर फेंके। सतर्क सुरक्षा कर्मियों ने पत्थर रोक लिए और सीएम तक कोई पत्थर या रूमाल नहीं पहुंचा। हालांकि इसके लिए आईजी, एसपी व सीओ समेत तमाम अधिकारियों को काफी देर तक मशक्कत करनी पड़ी। इसी खींचतान के बीच दो अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देकर मुख्यमंत्री कार्यक्रम से सीधे विकास भवन की ओर रवाना हो गए। बाद में मनोज सिन्हा मंच से उतरकर भीड़ में गए और युवाओं का समझाया। कार्यक्रम के दौरान अभ्यर्थियों ने गुमराह करने का आरोप लगाते हुए मेले में हंगामा शुरू कर दिया। काउंटरों पर तोड़फोड़ की और कुर्सियां भी फेंक दीं। अभ्यर्थियों ने बाहर लगी होर्डिंग फाड़ते हुए भीड़ पर पथराव भी किया। हंगामे के बाद कौशल विकास मंत्रालय की टीम ने काउंटर बंद कर दिए।